बोर्ड की परीक्षा परिणाम आने से पहले ही सरकार टीवी और अखबार के जरिए तमाम अपील करती हैं कि बच्चे फेल होने पर मायूस ना हो। जिंदगी बहुत बड़ी है। इस साल नहीं तो अगले साल में पास हो जाएंगे। वह इस मामले पर बकायदा काउंसलिंग भी करवाते हैं।
लेकिन उत्तराखंड के बागेश्वर के दुर्गम इलाके में शायद सरकार की यह कोशिश परवान नहीं चढ़ चढ पाती है। तभी तो बागेश्वर के इस सीमांत इलाके में इंटरमीडिएट की दो छात्राओं ने परीक्षा में फेल होने पर आतमहत्या जैसा आत्मघाती कदम उठा लिया।
बागेश्वर की एसपी रचिता जुयाल के अनुसार एक घटना कपकोट ब्लॉक के भनार क्षेत्र की है । जहां 12वीं की छात्रा ने फेल होने पर रात में ही जंगल में जाकर फांसी लगा ली। जबकि दूसरी बच्ची गरुड़ ब्लॉक के कोलाग गांव की है।
वह भी 12वीं की क्लास में फेल हो गई थी । उसने भी फांसी का फंदा लगाकर पेड़ से लटक कर सुसाइड कर लिया। फिलहाल दोनों बच्चियों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। इसी के साथ ही मामले की जांच की जा रही है।