कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी के अबकी बार ट्रंप सरकार वाली टिप्पणी के बचाव करने को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने तंज कसते हुए कहा कि विदेश मंत्री को प्रधानमंत्री मोदी को भी कूटनीति के बारे में जानकारी देनी चाहिए।
दरअसल ,कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के उस बयान पर चुटकी ली है जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी द्वारा ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ के बयान को लोगों ने गलत तरीके से लिया है। राहुल गाँधी ने एस जयशंकर की इस सफाई के बाद एक ट्वीट भी किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि हमारे पीएम की अक्षमता को कवर करने के लिए श्री जयशंकर आपका धन्यवाद। भारत के लिए डेमोक्रेट के साथ उनके समर्थन ने गंभीर समस्याएं पैदा कीं। मुझे आशा है कि आपके हस्तक्षेप से यह समस्या दूर हो जाएगी। जब आप इस पर काम करते हैं, तो उन्हें भी कूटनीति के बारे में थोड़ा-बहुत सिखाएं।
इससे पहले एस जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह अमेरिका में अपने ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में जो नारा ‘अबकी बार, ट्रंप सरकार’ दिया था, उसका इस्तेमाल डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार में किया था। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बयान के गलत मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। तीन दिन के दौरे पर वाशिंगटन पहुंचे जयशंकर ने कहा कि अमेरिका की राजनीति में भारत किसी का पक्ष नहीं लेता। पीएम मोदी के साथ ह्यूस्टन में हुए कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में 50 हजार से ज्यादा भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक शामिल हुए थे। इसी दौरान पीएम मोदी ने ‘अबकी बार, ट्रंप सरकार’ का नारा दिया था।
जयशंकर ने इस बात का भी खंडन किया कि पीएम मोदी ने 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए ट्रंप की उम्मीदवारी के समर्थन में इस नारे का इस्तेमाल किया था। पीएम मोदी के बयान को लेकर जब भारतीय पत्रकारों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री से पूछा गया तो उन्होंने कहा, “नहीं, उन्होंने ऐसा नहीं कहा।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है, कृपया, प्रधानमंत्री ने जो कहा, उसे बहुत ध्यान से देखें. प्रधानमंत्री ने जो कहा, जहां तक मुझे याद है, उसका इस्तेमाल ट्रंप ने खुद प्रचार में किया था। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी पहले की बात कर रहे थे। मुझे नहीं लगता कि हमें ईमानदारी से, जो कहा गया था, उसका गलत अर्थ निकालना चाहिए। मेरा मतलब है कि वह (पीएम मोदी) काफी स्पष्ट थे कि वह किस बारे में बात कर रहे थे।’ विदेशी मंत्री जयशंकर ने कहा कि हम किसी का भी समर्थन नहीं करते. उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमारा सीधा सा नजरिया है कि उस देश में जो कुछ होता है, वह उनकी राजनीति है, हमारी नहीं।’
विदेश मंत्री के तौर पर जयशंकर की यह पहली अमेरिका यात्रा है। इस दौरान अपने पहले कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा, ‘‘अमेरिका के साथ अधिकतर व्यापार मुद्दों का निकट अवधि में समाधान हो सकता है।’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापारा मुद्दों का जल्द से जल्द समाधान चाहती है और इसे अमेरिका की अगली सरकार के लिए नहीं छोड़ना चाहती। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नवंबर, 2020 में होने हैं।