पश्चिम बंगाल में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच सम्भावित गठबंधन की चर्चाएं तेज हो गई हैं। अधीर रंजन चैधरी की नाराजगी के बावजूद कांग्रेस आलाकमान राज्य में तालमेल के पक्ष में दिख रहा है। सूत्र बताते हैं कि दोनों दलों के बीच चुनावी समझौता सीट-वार फाॅर्मूले पर हो सकता है। अगर यह गठबंधन होता है तो यह भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने पश्चिम बंगाल में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर राजनीतिक विश्लेषकों को चैंका दिया है। अब चर्चा यह है कि क्या ओवैसी की पार्टी मुस्लिम वोटों में सेंध लगाकर तृणमूल कांग्रेस को चोट पहुंचा पाएगी? ममता बनर्जी के रणनीतिकार इस कदम को भाजपा की ‘बी टीम’ वाली चाल के रूप में देख रहे हैं। एआईएमआईएम तेजी से सदस्यता अभियान भी चला रही है, खासकर सीमावर्ती जिलों में। भाजपा ने भी अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। फिल्म अभिनेता और भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं। उन्होंने बंगाल में सनातनियों से ममता बनर्जी की सरकार को ‘साफ’ करने की अपील की है। चर्चा है कि भाजपा मिथुन चक्रवर्ती को बंगाल में ‘हिंदू चेहरे’ के तौर पर प्रोजेक्ट कर सकती है, ताकि राज्य में धार्मिक ध्रुवीकरण को साधा जा सके। 2026 के चुनाव से पहले थिुन के दौरे और सभाएं बढ़ने वाली हैं।
तृणमूल-कांग्रेस होंगे एक?
