बिहार के सीएम नीतीश कुमार संग उनके ही कुछ करीबियों की दूरी बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। जानकारों का दावा है कि नीतीश के चलते राजनीति में आएएएस की नौकरी छोड़, कदम रखने वाले आरसीपी सिंह केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह न पाने की वजह नीतीश के हठी रवैये को मानते हैं। यही कारण है कि अनुच्छेद 370 में वे भाजपा के स्टैंड को सही ठहराते नजर आ रहे हैं। खबर यह भी है कि कभी एक-दूजे को फूटी आंख से नहीं बर्दाश्त करने वाले प्रशांत किशोर और आरसीपी सिंह इन दिनों मित्र बन चुके हैं। पीके ने अनुच्छेद 370 मामले में आरसीपी की बात पीएम से करवाई। नतीजा अब वे पार्टी लाइन से इत्तर इस मुद्दे पर केंद्र सरकार का समर्थन करने लगे हैं। दूसरी तरह अन्य दो नीतीश समर्थक सांसद केसी त्यागी और राजीव रंजन सिंह इस कदम के खिलाफ खड़े हंै। चर्चा इस पर भी खासी तेज है कि राज्यसभा के उपसभापति और जद(यू) सांसद हरिवंश से भी नीतीश के संबंध अब पहले जैसे मधुर नहीं रहे हैं। हरिवंश की भाजपा से नजदीकी से नाराज नीतीश शायद ही उन्हें यह टर्म समाप्त होने के बाद दोबारा राज्यसभा भेजे।
नीतीश से बढ़ती जदयू सांसदों की दूरी

