Uttarakhand

देवभूमि में अपसंस्कृति के रिसॉर्ट

देवभूमि उत्तराखण्ड के पहाड़ों पर लोग शांति और सुकून की चाह में आते हैं। यहां योग और आध्यात्म की प्राप्ति के लिए भी बड़ी संख्या में पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। पहाड़ों पर पर्यटकों को लुभाने के लिए एक नया कल्चर पनप रहा है जिसे ‘रिसॉर्ट कल्चर’ नाम दिया गया है। जंगलों में इसी कल्चर की उपज है कि जगह-जगह खुले रिसॉर्ट अय्याशगाहों में तब्दील हो चले हैं। यहां योग और स्पा के नाम पर रेव पार्टियों की भेड़ चाल शुरू हो चली है। पूर्व में अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद अब मिर्गी रोग के विशेषज्ञ डॉ. नीरज गुप्ता का यमकेश्वर स्थित रिसॉर्ट में भी अवैध गतिविधियों का सामने आना सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है

देव भूमि उत्तराखण्ड में पर्यटन के नाम पर बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जो इस प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक पहचान को बट्टा लगा रहा है। यहां कुकुरमुत्तों की तरह से उग रहे होटल रिसोर्ट्स और गेस्ट हाउसों की बेहताशा वृद्धि से कई तरह की आशंकाएं जन्म ले रही हैं। इनमें तमाम तरह की ऐसी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं जो कि कानूनी तौर पर प्रतिबंधित हैं। बावजूद इसके इन पर लगाम लगाने में सरकार के साथ-साथ प्रशासन भी नाकाम साबित हो रहा है। पौेड़ी जिले की यमकेश्वर तहसील क्षेत्र के गंगा भोगपुर स्थित नीरज फॉरेस्ट रिसॉर्ट में पुलिस द्वारा छापा मारा गया जिसमें अवैध रूप से जुआ खिलाने का काम चल रहा था। पुलिस कार्यवाही में 27 लोगों को मौके से पकड़ा गया। 4 लोगों के साथ ही पुलिस ने कार्यवाही में 5 महिला डांसर, ताश की गड्डियां, कैसिनो चिप्स कैश भी बरामद किए।

यह रिसॉर्ट ऋषिकेश के चर्चित मिर्गी रोग विशेषज्ञ डॉ आरके गुप्ता का बताया जा रहा है। जो कि पूर्व में मिर्गी रोग के नाम पर नशे की दवाइयां देने के आरोप में 3 साल जेल में भी रह चुका है। इससे भी गंभीर बात यह हैे कि पूर्व में इसी नीरज फॉरेस्ट रिसॉर्ट में स्पा सेंटर चलाया जा रहा था जिसमें भारी अनियमितताएं पाए जाने पर यमकेश्वर के तत्कालीन एसडीएम द्वारा सील भी किया गया था। नीरज फॉरेस्ट रिसॉर्ट में अवैध तरीके से चल रहा कैसिनांे इस बात को साफ करता हेै कि प्रशासन की घोर लापरवाही या मिलीभगत से यह रिसॉर्ट संचालित होता रहा है और इसपर ठोस कार्यवाही करने की जरूरत नहीं समझी गई। पौेड़ी जिले का गंगाभोगपुर वही है जहां विगत वर्ष अंकिता भंडारी हत्या कांड हुआ था। रिसॉर्ट के संचालक पुलकित आर्य, सौरभ और अंकित गुप्ता पर अंकिता भंडारी की हत्या करने का आरोप है। वनंतरा रिसॉर्ट में बगैर अनुमति के रिसॉर्ट का निर्माण और वन भूमि पर अतिक्रमण जैसे आरोप भी लगे हैं।

अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद प्रदेशभर में आम जनता में भारी उबाल को देखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी होटल रिसॉर्ट और होम स्टे की जांच की गई जिसमें सैकड़ों अवैध और संदिग्ध पाए गए होटल आदी पर कार्यवाही की गई। इसी कड़ी में गंगा भोगपुर में भी नीरज फॉरेस्ट रिसॉर्ट, पनाबी रिसॉर्ट और डाउनटाउन रिसॉर्ट पर अनियमितताएं और पंजीकरण प्रमाण न होने पर सील करने की कार्यवाही की गई थी। अब एक वर्ष के बाद इसी नीरज फॉरेस्ट रिसॉर्ट में अवैध तरीके से कैसिनो संचालित किया जा रहा था यानी जो पूर्व में अवेैध स्पा का संचालन करने के आरोप में सील किया गया था उस रिसॉर्ट को कुछ समय के बाद क्लीनचिट भी मिल गई और फिर से संचालित होने लगा। पूरे क्षेत्र में इस तरह से कई रिसॉर्ट और होम स्टे खुल चुके हैं जो कि लीज पर दिए गए हैं। यमकेश्वर क्षेत्र में यहां तक कि नीलकंठ क्षेत्र के अनेक दुर्गम इलाकों में जमकर जमीनों की खरीद-फरोख्त बाहरी लोगों द्वारा हो रही है जिसमें सबसे ज्यादा रिसॉर्ट और होटल, गेस्ट हाउस बनाए जा रहे हैं। आरोप है कि यहां हर तरह के नशे, ड्रग्स आदी आसानी से पर्यटकों को उपलब्ध हो जाते हैं जिससे पर्यटक बाहरी लोगों के होटल रिसॉर्ट में आना पसंद करते हैं। प्रशासन और पुलिस पटवारी सभी इनसे मिले हुए हैं। जांच के नाम पर खानापूर्ति की जाती है और पहले ही बता दिया जाता है कि जांच होने वाली है। सबसे गंभीर बात यह है कि ऐसे होटलों, रिसोर्टों में देह व्यापार तक होने की बातें भी सामने आ रही हैं।

अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच में यह पाया गया था कि वनंतरा रिसॉर्ट में रसूखदारांे के लिए स्पेशल सेवा दिए जाने की सुविधा भी होती थी। शबाब और शराब का पूरा प्रबंध होता था। नीरज फॉरेस्ट रिसॉर्ट के मामले में भी इस तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं। जिस तरह से 5 महिला डांसरों को जुआ घर में जुआरियों के मनोरंजन के लिए नचाया जा रहा था उससे यह आशंका भी प्रबल हो रही है। आरोप है कि योग और स्पा के नाम पर कारोबार करने वाले इन संस्थानों में हर तरह के अनैतिक काम और रेव पार्टियों के आयोजन तक हो रहे हैं। सबसे गंभीर आरोप तो इसकी आड़ में देह व्यापार के भी आरोप लगते रहे हैं। देहरादून के विकास नगर तहसील में तो एक वर्ष पूर्व संजीवनी रिसॉर्ट में बड़े पैमाने पर सुव्यवस्थित ढंग से जुआ खिलवाने के लिए बड़ा कैसिनो चलाया जा रहा था। साथ ही एक रिसॉर्ट में बकायदा रेव पार्टी का आयोजन भी होता था। पुलिस कार्यवाही में यह निकलकर आया कि इन रिसोर्टों पर शासन-प्रशासन के उच्च स्तर के लोगों की इनायत रहती थी जिससे ये निर्बाध रूप से अवैध गतिविधियां संचालित करने में सफल रहते थे। सबसे ज्यादा सवाल सुनसान और जंगलों के आस-पास स्थापित होटल, रिसॉर्ट आदि पर ही उठते रहे हैं। ऋषिकेश के तपोवन, घट्टुगाड़, गंगा भोगपुर, व्यासी, यहां तक कि टिहरी जिले के कई दुर्गम गांवों में भी इस तरह के रिसॉर्ट और होम स्टे का संाचलन किया जा रहा है जिनमें अधिकांश अवैध तरीके से संचालित किए जा रहे हैं।

प्रदेश में पर्यटन प्रदेश के नाम पर केवल होटल रिसॉर्ट को ही पर्यटन के तौर पर देखा जा रहा है जबकि इसके लिए न तो कोई नियम बनाए गए हैं और न ही कोई कठोर कानून नजर आते हैं। सरकार की बेरोजगारांे के लिए बनाई गई होम स्टे योजना के नाम पर भी कुछ ऐसा ही होता नजर आ रहा है। अभी कुछ ही समय पूर्व मसूरी के एक होम स्टे में उत्तर प्रदेश पुलिस के दारोगा के पुत्र की हत्या करके उसका शव होम स्टे में ही छोड़कर हत्यारे फरार हो गए।

होम स्टे योजना में झोल

राज्य में होम स्टे योजना बहुत बेहतर साबित हो रही है लेकिन जिस तरह से पर्यटकों में होम स्टे के लिए रूझान बढ़ा है उससे होम स्टे योजना में बहुत बड़ा झोल भी सामने आ रहा है। इनमें भी कई ऐसे निर्माण हैं जो नियमांे को ताक पर रखकर बनाए गए हैं जिसका खुलासा अब सरकार के सामने आ चुका है। अंकिता भंडारी मामले के बाद सरकारी मशीनरी नींद से जागी और राज्य के होटल रिसोर्ट्स और होम स्टे की जांच करने के लिए टीमंे मैदान में उतारी गई जिसमें शुरुआती दौर में ही तमाम खामियां सामने आने लगी जिसमें कई होम स्टे के न तो नक्शे पास थे और न ही पंजीकरण था। ऐसे होम स्टे पर कार्यवाही हुई थी। हैरत की बात है कि एक वर्ष के बाद फिर से कोई नियमित जांच आदि इन होम स्टे की नहीं की गई।

 

रिसॉर्ट से हुई गिरफ्तारी और बरामद हुए जुए की सामग्री

सरोवर नगरी नैनीताल में भी एक होटल में अवैध कैसिनो चलाए जाने का मामला सामने आया है। नैनीताल के डालमार स्थित होटल रिवर व्यू में पुलिस द्वारा छापा मारकर अवैध रूप से कैसिनो के संचालन का पर्दाफाश किया गया है। इस कार्यवाही में पुलिस ने 12 युवतियों सहित 33 आरोपियों को हिरासत में लिया है। हैरत की बात यह है कि इस होटल में अवेैध कैसिनो तो संचालित किया ही जा रहा था साथ ही जुआरियों के मनोरंजन के लिए 12 बार बालाओं और डांसरों को भी नचाया जा रहा था। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अवैध कैसिनो संचालित करने वाले सूरज पाल गुप्ता निवासी इंद्रापुरम गाजियाबाद के साथ-साथ 33 लोगों के खिलाफ सार्वजनिक जुआ अधिनियम एवं आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। कैसिनो से भारी मात्रा में नकदी, कैसिनो चिप्स, ताश की गड्डियां और विभिन्न ब्रांड की 12 शराब की बोतलें भी बरामद की गई हैं। यानी होटल रिवर व्यू में अवैध जुआघर चलाया जा रहा था। साथ ही अवैध तरीके से शराब परोसी जा रही थी।

गौर करने वाली बात यह है कि पूर्व में जिला नैनीताल में अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद पर्यटन और जिला प्रशासन द्वारा जिले के कई होटलों, रिसॉर्ट, होम स्टे की जांच की गई थी जिसमें अनेक मामलों में कार्यवाही की गई थी। पांच रिसॉर्ट सील किए गए थे और इन पर दस-दस हजार रुपए का जुर्माना तक लगाया गया था। लेकिन लगता है कि नियमित जांच करने की कार्यवाही समय के साथ सुस्त पड़ती गई और नैनीताल जैसे अति व्यस्तम पर्यटन नगरी में अवैध कैसिनो का मामला पकड़ा गया। हैरत की बात यह है कि विगत वर्ष मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा सरकारी मशीनरी को स्पष्ट तौर पर आदेश देते हुए कहा था कि अवैध रिसॉर्ट पर दो दिन की कार्यवाही नहीं, मैं हर महीने रिपोर्ट लूंगा। मुख्यमंत्री के इस आदेश और बयान के बाद भी सरकारी मशीनरी अपने पुराने ढर्रे पर ही काम करती नजर आ रही है।

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