आचार संहिता के बावजूद मिशन शक्ति की जानकारी टेलीविजन पर खुद प्रधानमंत्री के जरिए दिये जाने की शिकायत टांय-टांय फुस्स हो गयी है। अगर निर्वाचन आयोग कम्युनिस्ट पार्टी की इस शिकायत पर प्रधानमंत्री को दोषी मानता तो निश्चित तौर पर विपक्ष को मौजूदा चुनाव में एक बड़ा मुद्दा मिल सकता था। लेकिन निर्वाचन आयोग ने मिशन शक्ति पर देश के नाम संबोधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दे दी है। मोदी को क्लीन चिट देने से पहले निर्वाचन आयोग ने जांच के बिंदुओं को भी उजागर किया है। जिसमें बताया गया है कि प्रधानमंत्री का संबोधन सजीव प्रसारण नहीं था। एक न्यूज एजेंसी को दिये गये भाषण को ही देश के 60 से अधिक चैनलों से एक साथ प्रसारित किया था। प्रधानमंत्री के इस संबोधन से चुनाव आचार संहिता उल्लंघन नहीं हुआ है।
You may also like
Latest news
यूपी के बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की हत्या मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर मामले की सीबीआई जांच...
Read More
Latest news
Author दि संडे पोस्ट डेस्क
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद गुरुदास दासगुप्ता का गुरुवार को निधन हो गया। गुरुदास 83 वर्ष के थे। अपने राजनीतिक जीवनकाल में...
Read More
Latest news
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार को 33 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की सौगात देंगे। वह रविवार को बिहार के बरौनी जाएंगे। यहां...
Read More
Latest news
उच्चतम न्यायालय ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के पीछे के कथित बड़े षड्यंत्र की जांच की मांग करने...
Read More
Latest news
तमिलनाडु के पूर्व सीएम और डीएमकेके बुजुर्ग नेता एम. करुणानिधि की तबीयत बिगड़ने के बाद उनके घर पर सियासी नेताओं का तांता लगा हुआ...
Read More