पश्चिम बंगाल में भाजपा अभी से 2026 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटना चाहती है लेकिन उसकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। यहां पिछले विधानसभा चुनाव 2021 में भाजपा के 77 विधायक जीते थे लेकिन अब उनकी संख्या घटकर 65 रह गई है वहीं चर्चा है कि आठ और विधायक पार्टी के लिए सिरदर्द बन सकते हैं। यही नहीं भाजपा विधायक तापसी मंडल के तृणमूल में जाने से उसे बड़ा झटका लगा है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के दो विधायक जो पहले से सांसद थे, इस्तीफा देकर वापस संसद चले गए हैं। इसके बाद धीरे-धीरे आठ और विधायकों ने पार्टी छोड़ दी। एक विधायक का निधन हो गया जबकि एक और विधायक ने 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सांसद बनने के बाद इस्तीफा दे दिया। इन सभी सीटों पर हुए उपचुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा जिससे पार्टी की सीटें 65 तक सिमट गईं। इस बीच हल्दिया की भाजपा विधायक तापसी मंडल ने पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। यह भाजपा के लिए दोहरे झटके जैसा है क्योंकि तापसी के पार्टी छोड़ने से विधानसभा में भाजपा की ताकत घटी और दूसरी ओर वे शुभेंदु अधिकारी के गढ़ की विधायक थीं। तृणमूल इसे शुभेंदु के प्रभाव क्षेत्र में बड़ी सेंध बता रही है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी के अंदरूनी हालात अभी और खराब हो सकते हैं क्योंकि कई विधायक बागी तेवर अपना चुके हैं। इनमें खासतौर पर उत्तर बंगाल, राढ़ बंग और मतुआ बहुल क्षेत्रों के विधायक शामिल बताए जा रहे हैं।
बंगाल बीजेपी में बगावत की बू
