प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर ने हाल ही में एक साक्षात्कार में बॉलीवुड की चुप्पी पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने खुलकर कहा कि फिल्म इंडस्ट्री के लोग सरकार की आलोचना करने से डरते हैं क्योंकि उन्हें जांच एजेंसियों की कार्रवाई का डर सताता है। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और बहस का विषय बन गया है।
जावेद अख्तर ने कहा, ‘बॉलीवुड के पास भी संवेदनशीलता है, सोच है, दृष्टिकोण है, लेकिन वह आवाज नहीं उठा पाता। वजह साफ है – डर। यहां कोई भी सरकार के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करता, क्योंकि उन्हें डर होता है कि ईडी, इनकम टैक्स या सीबीआई की फाइलें खुल सकती हैं।’
यह पहली बार नहीं है जब जावेद अख्तर ने समाज और राजनीति से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से बात की है। इससे पहले भी वे कट्टरता, सामाजिक न्याय और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसे मुद्दों पर अपनी राय रख चुके हैं। लेकिन इस बार उनका निशाना सीधे-सीधे सरकार की नीतियों और फिल्म इंडस्ट्री की खामोशी पर है।
क्या है बॉलीवुड की खामोशी की वजह?
पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि बॉलीवुड से जुड़े कई नामी कलाकार और निर्मात-निर्देशक राजनीतिक मुद्दों पर बोलने से कतराते हैं। जब भी कोई बड़ा राजनीतिक या सामाजिक विवाद होता है, तब अधिकतर बड़े नाम चुप ही रहते हैं। कई बार आरोप लगे हैं कि सरकार समथिज़्त अभियान और ट्रोलिंग से बचने के लिए सितारे विवादों से दूर रहते हैं।
जावेद अख्तर ने इस संदर्भ में कहा, ‘आजकल डर का माहौल बना दिया गया है। अगर आप सत्ता की नीतियों पर सवाल उठाते हैं तो आपका अतीत खंगाला जाता है, आपको राष्ट्र-विरोधी करार दिया जाता है और कभी-कभी तो आपके करियर पर भी असर डालने की कोशिश होती है।’
क्या यह लोकतंत्र के लिए खतरा है?
जावेद अख्तर के बयान से यह सवाल उठता है कि क्या भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वाकई सुरक्षित है? क्या देश की सबसे बड़ी कला और संस्कृति की इंडस्ट्री इस कदर डरी हुई है कि वह अपनी राय भी नहीं रख सकती?
विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने अख्तर के बयान का समथज़्न किया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, ‘जावेद साहब की बात बिल्कुल सही है। जब कलाकार डरने लगें तो समझिए लोकतंत्र खतरे में है।’ वहीं कुछ सत्तारूढ़ दल समर्थकों ने इस बयान को ‘प्रचार स्टंट’ कहकर खारिज किया है।
जावेद अख्तर का यह बयान उस समय आया है जब देश में चुनावी माहौल है और राजनीति हर क्षेत्र में गहराई से प्रवेश कर चुकी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके इस बयान के बाद बॉलीवुड से कोई समथज़्न में आता है या फिर यह भी एक बयान बनकर सोशल मीडिया में ही गुम हो जाएगा।