चुनाव से पहले सभी पार्टियों के कार्यकर्ता टिकट लेने के लिए खूब हाथ पांव मारते हैं। अगर किसी कार्यकर्ता को पार्टी में काफी लंबा समय गुजरने के बाद भी विधानसभा या लोकसभा का टिकट नहीं मिलता तो वह पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में चला जाता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक बर्तन व्यापारी को टिकट की आशा नहीं रही तो उसने जहर खा कर अपनी जान दे दी। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने बीएसपी पर टिकट के बदले दो करोड़ रुपए मांगने का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर बर्तन व्यापारी का सुसाइड नोट वायरल हो रहा है।
मृतक बर्तन व्यापारी मुन्नू ठठेरा कोतावली थाने के महाराजगंज गांव का रहने वाला था। मुन्नू के परिजनों ने बताया कि ” वह 1987 से बसपा से जुड़े थे। मुन्नू ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। पिछले साल उन्होंने किसी बसपा नेता से फोन पर बात करते हुए चुनाव लड़ने की बात कही थी। मृतक की बेटी ने बताया कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की बात हुई थी। उन्हें टिकट देने का आश्वासन भी मिला था”।
पत्नी और बेटी ने सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग की पहचान की है। वहीं मामले पर सफाई देते हुए बसपा के जिला अध्यक्ष गुड्डू राम ने बताया कि ”बर्तन व्यापारी का पार्टी से कोई वास्ता नहीं था। पूरे मामले पर पुलिस ने कहा कि ”मामले की जांच जारी है और जांच पूरी होने से पहले किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी”।