प्लास्टिक के बढ़ते प्रसार के चलते दुनियाँ भर में इस पर रोक लगाई जा रही हैं। लेकिन प्लास्टिक के प्रसार में कोई कमी नहीं आई हैं। हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार दुनियाँ में सबसे ज्यादा प्लास्टिक निर्माण में कोका-कोला, नेस्ले और पेप्सिको जैसी बड़ी कंपनियां प्लास्टिक का कचरा फैलाने में सबसे आगे है।
वर्तमान में प्लास्टिक हमारे जीवन में सबसे ज्यादा पर्यावरण को प्रभवित कर रही है और यह हमारे लिए सबसे गंभीर चिंता का विषय हैं।पर्यावरण संबंधी एक समूह ने कहा कि धरती पर कचरा फैला रहे प्लास्टिक के लाखों टुकड़े कुछ बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) से आते हैं और पूरी दुनियाँ में फ़ैल जाते है। आज हमारे आस -पास प्लास्टिक ही प्लास्टिक हैं।
एक रिपोर्ट में चीन, इंडोनेशिया, फिलीपीन, वियतनाम और श्रीलंका समुद्र में सबसे अधिक प्लास्टिक का कचरा फेंकता है।लेकिन एशिया में प्लास्टिक प्रदूषण पैदा करने वाले इसके असली कारक बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैं।एक मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ विएना और एनवायरमेंट एजेंसी ऑफ ऑस्ट्रिया के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है कि तकरीबन नौ तरह की प्लास्टिक के कण खाने-पीने एवं अन्य तरीकों से इंसान के पेट में पहुंच रहे हैं। प्लास्टिक के ये कण लसीका तंत्र और लीवर तक पहुंच कर इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित कर सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, कोका-कोला, पेप्सिको और नेस्ले प्लास्टिक के कचरे के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार हैं। क्योंकि इनका पूरा कार्य प्लास्टिक से ही होता हैं। प्लास्टिक का कचरा फैलाने वाली शीर्ष 10 प्रदूषक कंपनियों में मोन्डेलेज इंटरनेशनल, यूनीलिवर, मार्स, पीएंडजी, कोलगेट-पामोलिव, फिलिप मोरिस और परफेटी वैन मिले आदि भी शामिल हैं।