महाराष्ट्र के मुंबई में अलीबाग और रायगढ़ जिले के तट पर चक्रवाती तूफान निसर्ग टकराने लगा है। माना जा रहा है कि तीन घंटे तक तूफान का असर सबसे अधिक रहने की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, तूफान पूर्व अनुमान के अनुरूप दिशा में ही आगे बढ़ रहा है। मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में हवा 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से चल रही हैं। मुंबई में 129 वर्षों में पहला चक्रवाती तूफान तबाही मचाने को तैयार है।
#WATCH Maharashtra: Strong winds and high tides hit Ratnagiri area. #CycloneNisarga pic.twitter.com/Cg85bxwMdL
— ANI (@ANI) June 3, 2020
माना जा रहा है कि तूफान की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। गुरुवार दोपहर तक मुंबई में लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है। कोरोना वायरस मरीजों सहित करीब 10,000 लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। निसर्ग तूफान के मद्देनजर मध्य रेलवे ने कई ट्रेनों के रूट बदल दिए और कई ट्रेनों के समय में बदलाव किया है। गुजरात में 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दोनों राज्यों में बचाव कर्मी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने बुधवार को कहा, “चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के उत्तरी तट की ओर 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ गया है। आज तड़के 2.30 बजे तूफान अलीबाग से 200 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और मुंबई से 250 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था।” उन्होंने बताया, “मुंबई में सुबह 4.30 बजे हवा की रफ्तार 22 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई। भविष्यवाणी है कि तटीय कर्नाटक और मराठवाड़ा में अधिकांश स्थानों पर हल्की और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।”
गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों में यह भारत में आने वाला दूसरा तूफान है। देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में 100 साल से ज्यादा समय के बाद इतनी तीव्रता का तूफान आने वाला है। इसी वजह से पूरे तंत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मुंबई के अलावा समूचे महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दियू में तूफान की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट पर रखा गया है।

