देश में लगभग छह -सात महीनों से कोरोना का कहर चरम पर है।अब तक हजारों लोगों की जानें जा चुकी हैं। लेकिन सब कुछ लंबे समय तक बंद नहीं किया जा सकता। यही वजह है कि अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी। और बी अनलॉक 3 ख़त्म होने वाला है ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि 1 सितंबर से पहले जारी होने वाले अनलॉक-4 की गाइडलाइन्स में दिल्ली मेट्रो को फिर से शुरू करने के आदेश आ सकते हैं।
इस बीच कोरोना काल में बंद पड़ी दिल्ली मेट्रो को फिर से चलाने की कवादय तेज हो गई है। लेकिन मेट्रो का यह सफर अब पहले की तुलना में काफी अलग हो सकता है। बिना मास्क के सफर करना, सोशल डिस्टेंसिंग के उद्देश्य से खाली छोड़ी गई सीट पर बैठना, थूकना और गंदगी फैलाना अब यात्रियों को बहुत ही ज्यादा महंगा पड़ सकता है।
दिल्ली मेट्रो के शुरू होते ही सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाए जाने के प्रावधान हो सकते हैं। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी CISF की एक टीम अब कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू होने वाले नियमों के किसी भी तरह के उल्लंघन पर नजर रखेगी।सूत्रों के मुताबिक मेट्रो में अब जुर्माना पहली बार नियम का उल्लंघन करने वालों के लिए 500 रुपए से शुरू हो सकता है और दोहराने पर यह जुर्माना काफी ज्यादा हो सकता है।
दरअसल, 22 मार्च से ही दिल्ली मेट्रो की सेवा बंद है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू की अपील की थी। इसके बाद देश में 68 दिनों का लॉकडाउन लगा और अब तक मेट्रो की सेवा बंद है। देश में अनलॉक की शुरुआत से ही अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट को शर्तों और छूट के साथ इजाजत दे दी गई,लेकिन मेट्रो की सेवा अनलॉक -3 तक बंद है। मेट्रो से रोजाना 2.4 मिलियन यात्री सफर करते हैं।
दिल्ली मेट्रो की सेवा कब से शुरू होगी, कब मेट्रो पटरी पर लौटेगी, अब तक इसकी घोषणा नहीं हुई है। हालांकि, माना जा रहा है कि 1 सितंबर से पहले जारी होने वाले अनलॉक-4 की गाइडलाइन्स में दिल्ली मेट्रो को फिर से शुरू करने के आदेश आ सकते हैं। यानी अनलॉक-4 में मेट्रो का परिचालन शुरू हो सकता है।
मेट्रो सफर में क्या हो सकते हैं बदलाव
एक कोच में 40 से 50 सवारियों के ही बैठने-खड़े होने की अनुमति होगी। अभी एक कोच में 120 सवारी सफर करती हैं। एक ट्रेन में 6 कोच हैं। एक-एक सीट छोड़कर सवारियों को बैठाया जाएगा।
ऐसे हो सकते हैं नियम
- आरोग्य सेतु एप मोबाइल फोन में होना जरूरी है। तभी प्रवेश मिलेगा। हर सवारी की थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही सफर की अनुमति दी जाएगी
- कोरोना के लक्षण होने पर सफर नहीं करने दिया जाएगा और मेडिकल टीम बुलाई जाएगी। हर सवारी के चेहरे पर मास्क होना चाहिए
- स्टेशन और प्लेटफार्म पर बनाए गए निश्चित बॉक्स में ही लोगों को खड़ा होगा। ऐसा नहीं करने पर जुर्माना लिया जाएगा।
- दिव्यांग और बुजुर्ग को छोड़कर बाकी को लिफ्ट का प्रयोग करने की इजाजत नहीं होगी। सवारी को सेनेटाइज करने के बाद ही स्टेशन के अंदर प्रवेश दिया जाएगा।