महाराष्ट्र सहकारी बैंक घोटाला मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, उनके भतीजे और पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार व अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया गया है|
इस बीच ईडी ने शरद पवार को ईमेल भेजकर सूचना दी है कि मनी लॉड्रिंग के एक मामले में चल रही जांच के तहत शुक्रवार को उन्हें बयान देने की जरूरत नहीं है और जरूरत पड़ने पर उन्हें बुलाया जाएगा । आधिकारिक सूत्रों ने ये जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि एजेंसी को बृहस्पतिवार को पवार की ओर से संदेश मिला था कि वह महाराष्ट्र की एक सहकारी बैंक में 25 हजार करोड़ रुपये से जुड़े कथित घोटाले से संबंधित जानकारी देने के लिए मुंबई में एजेंसी के बालार्ड इस्टेट स्थित दफ्तर जाएंगे। प्रवर्तन निदेशालय ने उक्त घोटाले में पवार पर मामला दर्ज किया है।
महाराष्ट्र सहकारी बैंक घोटाला मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, उनके भतीजे और पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार व अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है । यह घोटाला करीब 25 हजार करोड़ का बताया जा रहा है । वहीं, कांग्रेस के साथ बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी शरद पावर का समर्थन किया है।
शरद पवार ने मंगलवार को मीडिया से कहा था कि अगर उन्होंने मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया है, तो मैं इसका स्वागत करता हूं. आश्चर्य होगा अगर राज्य के विभिन्न जिलों में यात्राओं के दौरान मुझे मिली प्रतिक्रिया के बाद भी ऐसी कार्रवाई नहीं की जाती । उन्होंने कहा कि वह खुद आकर जांच एजेंसी का सहयोग करेंगे ।
पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं से ईडी दफ्तर नहीं पहुंचने की अपील की
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने ट्वीट किया, ‘शरद पावर दोपहर 2 बजे ईडी कार्यालय पहुंचेंगे । बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उनके समर्थन में कार्यालय पर मौजूद रहेंगे । लेकिन, पुलिस ने कल रात से ही पार्टी कार्यकताओं को हिरासत में लेना शुरू कर दिया है । इस तरह का दमन सही नहीं है.’ शरद पवार का नाम मामले में आने के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन किए थे।