इस बार होने वाली हज यात्रा के कोरोना महामारी के चलते रद्द होने के आसार है। यदि इस बार हज रद्द हो जाती है तो यह 222 साल में पहली बार होगा। सऊदी अरब के हज मंत्रालय के अनुसार, 1932 में किंगडम की स्थापना के बाद से पहली बार सऊदी अरब के अधिकारी हज का सीजन रद्द करने पर विचार कर रहे हैं। इस संबंध में सऊदी सरकार की ओर से 15 जून तक निर्णय लिया जा सकता है। इससे पहले एक बार हज यात्रा 1798 में रद्द की गई थी।
सऊदी अरब में अब तक एक लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमण के केस सामने आ चुके हैं। जिसके चलते मक्का-मदीना में रहने की तैयारियां भी नहीं हो पा रही है। जिसके कारण लोग बड़ी संख्या में फॉर्म वापसी के लिए आवेदन कर रहे हैं। इसपर भारतीय हज कमेटी की ओर से भी कह दिया गया है कि जो लोग यात्रा रद्द कराना चाहे करा सकते हैं। उन्हें उनकी जमा राशि लौटा दी जाएगी।
साथ हज कमेटी ने यह भी कहा कि अब तक सऊदी अरब के अफसरों की तरफ से कोई भी जानकारी नहीं दी गई है। हज यात्रा दुनियाभर में सबसे बड़ी धार्मिक सभाओं में से एक मानी जाती है। यह जुलाई के लिए निर्धारित की गई थी। दुनिया भर से इस यात्रा में 20 लाख से भी अधिक लोग शामिल होने के लिए सऊदी पहुँचते हैं। कोरोना काल के कारण इस बार माना जा रहा है कि हज यात्रियों में भारी कटौती पर विचार किया जाएगा।