पहाड़ के खिलाफ काली करतूत के काला सच को उजागर करते हुए राज्य आंदोलकारियों ने काला दिवस मनाया। हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में राज्य आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन कर तत्कालीन यूपी सरकार का पुतला फूंका और राज्य आंदोलनकारियों को इंसाफ देने की मांग की, आज ही के दिन यानी 2 अक्टूबर 1994 को रामपुर तिराहा कांड हुआ था। जहां पर उत्तराखण्ड राज्य की मांग के लिए दिल्ली कूच कर रहे आंदोलनकारियों पर तत्कालीन सपा सरकार के इशारो पर लाठी चार्ज और महिलाओं के साथ अवमानवीय कृत्य किये गए, जिसमें कई आंदोलनकारी नए राज्य के सपने को लेकर शहीद हो गए थे। आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन करने के साथ सरकार से अपील करते हुए कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की अभी तक अनदेखी की गई है, उन्होंने कहा कि दोषियों को सजा दी जाय जिससे राज्य आंदोलनकारियों को इंसाफ मिल सके। वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड क्रांति दल ने भी आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया और यूपी के तत्कालीन मुलायम सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उत्तराखंड क्रांति दल का कहना है कि राज्य को बने हुए 19 साल पूरे होने वाले हैं लेकिन आज तक राज्य आंदोलनकारियों को इंसाफ नहीं मिल पाया है, उन्होंने कहा कि इन 19 सालों में जिस भी दल की सरकार प्रदेश में रही उन्होंने अपने हित साधने का काम किया और राज्य आंदोलनकारियों की अनदेखी की है, उन्होंने कहा कि यदि राज्य आंदोलनकारियों को इंसाफ नहीं मिलेगा तो यूकेडी इसी तरह अपना प्रदर्शन जारी रखेगी।
पहाड़ के खिलाफ काली करतूत का काला दिवस…
