भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम पिछले एक दशक से कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाई है। वर्तमान में उसका फोकस जून में होने वाले टी-20 विश्व कप पर है। लेकिन इसी के तहत जैसे ही बीसीसीआई ने अफगानिस्तान सीरीज के लिए टीम का ऐलान किया उसके तुरंत बाद खिलाड़ियों के चयन को लेकर सवालों का अंबार लग गया है। 16 सदस्यीय इस दल में सबसे खास बात यह है कि एक ओर जहां रोहित शर्मा और विराट कोहली को टी-20 टीम में जगह दी गई है, वहीं दूसरी तरफ केएल राहुल, श्रेयस अय्यर और ईशान किशन जैसे कई अनुभवी खिलाड़ियों को दरकिनार कर युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या टी-20 विश्व कप से भी इनकी छुट्टी हो गई है? आईसीसी ट्रॉफी के एक दशक पुराने सूखे को खत्म करने की क्या यही रणनीति है? क्या भारत टी-20 विश्व जीत पाएगा? या फिर आईपीएल के आधार पर विश्व कप के लिए खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा?
फटाफट क्रिकेट यानी टी-20 क्रिकेट विश्वकप 2024 के पूरे कार्यक्रम की घोषणा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने कर दी है। इस बार एक जून से 29 जून तक अमेरिका और वेस्टइंडीज की मेजबानी में विश्वकप खेला जाएगा। जिसमें भारत को ग्रुप-ए में शामिल किया गया है। इस ग्रुप में भारत के साथ अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड और पाकिस्तान शामिल है। टूर्नामेंट का पहला मैच कनाडा और अमेरिका के बीच 1 जून को खेला जाएगा।

भारतीय टीम विश्व कप का आगाज पांच जून को आयरलैंड के खिलाफ से करेगी, वहीं पाकिस्तान से भारत की भिड़ंत 9 जून को होगी। सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले वेस्टइंडीज में ही खेले जाएंगे। 26 जून को पहला तो 27 जून को दूसरा सेमीफाइनल होगा। टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला यानी खिताबी भिड़ंत 29 जून को वेस्टइंडीज के बारबाडोस केंसिंग्टन ओवल क्रिकेट ग्राउंड में होगा। इस बार कुल 55 मैच खेले जाने हैं। यह टूर्नामेंट इसलिए भी खास है कि इस बार 20 टीमें इसमें हिस्सा लेंगी जो 2022 में ऑस्ट्रेलिया में हुए टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली 16 टीमों से ज्यादा है।
इस खिताब को जीतने के लिए सभी देशों की टीमें इसकी तैयारी में जुट गई हैं, वहीं अगर भारत की बात करें तो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए पिछले साल 2023 काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। दो बार टीम आईसीसी ट्रॉफी जीतने के करीब पहुंची, लेकिन फाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद वनडे विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में भारतीय टीम हावी रही। अब भारत को 2024 में भी बेहतर प्रदर्शन कर टी-20 विश्व कप जीतकर आईसीसी ट्रॉफी के एक दशक पुराने सूखे को खत्म करने की चुनौती है जिस पर उसे रणनीतिक रूप से काम करना होगा।
इसी के तहत बीसीसीआई ने अफगानिस्तान सीरीज के लिए भारतीय टीम का जैसे ही ऐलान किया उसके तुरंत बाद खिलाड़ियों के चयन को लेकर सवालों का अंबार लग गया है। 16 सदस्यीय इस दल में सबसे खास बात यह है कि एक ओर जहां रोहित शर्मा और विराट कोहली को टी-20 टीम में जगह दी गई है वहीं दूसरी तरफ केएल राहुल, श्रेयस अय्यर और ईशान किशन जैसे कई अनुभवी खिलाड़ियों को दरकिनार कर युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है।
सबसे ज्यादा चर्चा एकदिवसीय फॉर्मेट में दोहरा शतक जड़ चुके ईशान किशन को जगह नहीं मिलने की हो रही। उनकी जगह जितेश शर्मा और संजू सैमसन को बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर टीम का हिस्सा बनाया गया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या ईशान सहित इन अनुभवी बल्लेबाजों की अब टी-20 विश्व कप से भी छुट्टी हो गई है? आईसीसी ट्रॉफी के एक दशक पुराने सूखे को खत्म करने की क्या यही रणनीति है? क्या भारत टी-20 विश्व जीत पाएगा? ऐसे में भारत सालों के सूखे को कैसे खत्म करेगा यह देखना काफी दिलचस्प होगा।
ये सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि टी-20 विश्व कप के पहले टीम इंडिया के पास यही एकमात्र टी-20 सीरीज है, जिसमें चयनकर्ता कुछ प्रयोग कर सकते थे। विश्व कप तैयारियों के लिहाज से टीम का संतुलन खोजने और खिलाड़ियों के चयन के लिए उन्हें आजमाने का यह आखिरी मौका है। ऐसे में जहां ईशान किशन का टीम में शामिल न होना चौंकाने वाला है वहीं अनुभवी खिलाड़ियों की अनदेखी टीम को भारी पड़ सकती है।
दिग्गज खिलाड़ियों का कहना है कि रोहित और विराट को टी-20 फॉर्मेट में वापस लाने का मतलब है कि वे विश्व कप खेलेंगे। ये दोनों दिग्गज पिछले टी-20 विश्व कप के बाद से एक भी टी-20 नहीं खेले हैं। रोहित और विराट की वापसी इसलिए भी

अहम है क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों से यह कयास लगाए जा रहे थे कि टी-20 विश्व कप में रोहित और विराट नहीं होंगे। इसके पीछे कई कारण गिनाए जा रहे थे। कहा जा रहा था कि टी-20 में रोहित की कप्तानी, विराट का इस फॉर्मेट में कम स्ट्राइक रेट, युवा खिलाड़ियों को मौका दिए जाने की संभावना और क्रिकेट के अलग-अलग फॉर्मेट में संतुलन बनाने के लिहाज से विराट और रोहित को टेस्ट और वनडे तक ही सीमित रखने जैसी बातें कही जा रही थी। लेकिन चयनकर्ताओं ने इसके उलट अफगानिस्तान सीरीज में इन दोनों को शामिल कर एक ओर जहां सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है वहीं दूसरी तरफ अब लगभग तय माना जा रहा है कि टी-20 विश्व कप में टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में ही होगी और विराट का खेलना भी तय है। ऐसे में सवाल है कि इन दोनों की वापसी किन-किन खिलाड़ियों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है या उनकी टी-20 विश्व कप से छुट्टी हो सकती है यह देखना दिलचस्प होगा?
खेल विशेषज्ञों का कहना है कि अफगानिस्तान सीरीज से तो इस सवाल का जवाब मिलना मुश्किल है लेकिन आईपीएल में उन खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी देखना होगा जो अपने बेहतर प्रदर्शन से बीसीसीआई और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेंगे। हालांकि फिर भी कुछ नाम हैं, जिन पर गाज गिर सकती है। इनमें सबसे पहला नाम है मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर का। श्रेयस अय्यर: टेस्ट और वनडे के अहम खिलाड़ी हैं लेकिन टी-20 में उन्हें बहुत कुछ साबित करना अभी बाकी है। रोहित और विराट की वापसी का सीधा-सीधा असर इन्हीं पर पड़ना लगभग तय है। नंबर-तीन पर विराट के आने और फिर मिडिल ऑर्डर में सूर्या और हार्दिक समेत कुछ युवा खिलाड़ियों के चलते अय्यर की टीम में जगह बनती नजर नहीं आ रही है।

ईशान किशन: एकदिवसीय फॉर्मेट में दोहरा शतक जड़ चुके ईशान किशन कम स्ट्राइक रेट के चलते टी-20 विश्व कप से चूक सकते हैं। हालांकि कभी-कभी ये बेहद तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं लेकिन कई मौकों पर इनका बल्ला खामोश पड़ जाता है। ईशान की टी-20 टीम में वापसी भी उनके आईपीएल प्रदर्शन और संजू, जितेश के अफगानिस्तान सीरीज में प्रदर्शन पर निर्भर करेगी। कुछ युवा खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन भी ईशान को विश्व कप से बाहर रख सकता है। केएल राहुल: पिछले साल वनडे विश्व कप 2023 में केएल राहुल ने बतौर बल्लेबाज और विकेटकीपर बेहतर खेल दिखाया। लेकिन खिताबी मुकाबले में उनकी धीमी बल्लेबाजी से वे आलोचकों और चयनकर्ताओं को खटकने लगे। ऐसा कई मौकों पर टी-20 क्रिकेट में भी देखा गया है कि केएल बेहद कम स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि केएल राहुल टी-20 विश्व कप से बाहर रह सकते हैं। यही कारण है जो उन्हें अफगानिस्तान सीरीज से बाहर रखा गया है।
दावेदार: मौजूदा समय में टी-20 क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह, तिलक वर्मा और यशस्वी जायसवाल को अफगानिस्तान सीरीज में मौका दिया गया है। अगर इनका बेहतर प्रदर्शन जारी रहा तो टी-20 विश्व कप से केएल राहुल, ईशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे बड़े नामों की छुट्टी लगभग तय मानी जा रही है। इसका एक कारण यह भी है कि बल्लेबाजी में टीम के पास रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, शुभमन गिल, तिलक वर्मा, सूर्यकुमार यादव, रिंकू सिंह, हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा जैसे विकल्प मौजूद रहेंगे।