केरल सरकार ने लॉकडाउन हटाने के बाद कई आर्थिक गतिविधियों की इजाज़त देने का फ़ैसला किया है। केरल देश का पहला राज्य है जहां चीन के वुहान से पहला कोरोना वायरस संक्रमित मरीज़ 29 जनवरी को पहुंचा था।लेकिन संक्रमण के कुल 395 मामले सामने आने के बाद भी यहां इस वायरस से केवल तीन ही मौतें हुई हैं।
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित कासरगोड, कन्नूर, कोझिकोड और मलाप्पुरम को रेड कोड दिया गया है। इन चारों ज़िलों में संक्रमण के जो 131 मामले सामने आए हैं उनमे से कासरगोड में 51 मामले, कन्नूर में 47 मामले, कोझिकोड में 12 और मलाप्पुरम में सात मामले हैं. यहां 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा।
वहीं एरनाकुलम, पथानमथिट्टा और कोल्लम को ऑरेंज-ऐ कैटगरी में रखा है क्योंकि यहां फ़िलहाल कोरोना के पांच या छह मामले ही हैं।यहां 24 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में सीमित छूट दी जाएगी।
वहीं तिरुवनंतपुरम को ऑरेंज-बी कैटगरी में रखा है क्योंकि यहां वायरस संक्रमण के दो ही एक्टिव मामले हैं।इसी कैटगरी में अलापुज़ा, पालक्काड, वायनाड और त्रिसुर को भी रखा गया है।यहां 20 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में सीमित छूट दी जाएगी।
दो जिले कोट्टयम और इदुक्की को ग्रीन कैटगरी में रखा गया है। इन दोनों जिलों में अभी कोरोना का एक भी मामला नहीं है। 20 अप्रैल के बाद से यहां लॉकडाउन में छूट दी जाएगी।
कोट्टयम और इदुक्की से प्रदेश सरकार लॉकडाउन तो हटा लेगी लेकिन इसका ये अर्थ नहीं होगा कि वहां लगाई गई हर पाबंदी ख़त्म हो जाएगी।
केंद्र के लगाए प्रतिबंधों के तहत यहां हवाई यात्री, रेल यात्रा पर रोक जारी रहेगी।साथ ही परिवहन सेवा (ऑटो और टैक्सियां) बंद रहेगी और सिनेमा, थिएटर, मॉल और धार्मिक समारोह पर भी प्रतिबंध जारी रहेगा। हालांकि शादी या जनाजे में अधिकतम 20 लोगों को शामिल होने की इजाज़त दी गई है।
केरल ने औपचारिक रूप से घोषणा किया है कि प्रदेश के 14 ज़िलों में से चार ज़िलों में 3 मई तक पूरी तरह से लॉकडाउन रहेगा जबकि दो ज़िलों से लॉकडाउन पूरी तरह हटा लिया जाएगा।
फ़िलहाल इन दो ज़िलों में कोविड -19 से जुड़ी एक भी घटना नहीं है। इन छह ज़िलों को छोड़ कर बाक़ी 8 ज़िलों को कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या के आधार पर ऑरेंज-ऐ और ऑरेंज-बी कोड दिया गया है और यहां चरणबद्ध तरीके से क्रमश: 20 अप्रैल और 24 अप्रैल के बाद लॉकडाउन हटाया जाएगा।
ऑरेंज-ए और ऑरेंज-बी कैटगरी वाली जगहों में हॉटस्पॉट को छोड़ कर बाकी जगहों में सरकार सभी स्वास्थ्य सेवाओं, कृषि और बागवानी के काम, थोक बाज़ारों, खाद बनाने के काम, वन उपज जमा करने, मत्स्य पालन, वृक्षारोपण, पशुपालन और आर्थिक गतिविधियों में छूट दे दी गई है।
लेकिन यहां स्कूल नहीं खुलेंगे. स्कूलों को अपने छात्रों को केवल ऑनलाइन शिक्षा देने की अनुमति दी गई है। इसके साथ ही छोटे और मझोले उद्योगों और मनरेगा के काम की भी इजाज़त दी गई है। हालांकि सरकार ने कहा है कि सभी लोगों के लिए मास्क पहनना ज़रूरी होगा और उन्हें सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।
इन दो जिलों में आईटी और आईटीईएस सहित सभी वाणिज्यिक और निजी प्रतिष्ठानों की खोले जाने की इजाज़त भी दे दी गई है। इनके अलावा इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर और सेवा क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों को भी अपना काम चालू करने की इजाज़त दी गई है. लेकिन केंद्र के दिशानिर्देशों से अलग केरल ने मोबाइल रिपेयरिंग जैसी मरम्मत की दुकानों को भी खुलने की अनुमति दे दी है।