यूरोपीय देश, जो कोरोना की पहली लहर की चपेट में आ चुके हैं। उनको अब कोरोना की दूसरी लहर की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस केसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। निरन्तर कोरोना के प्रसार को रोकने के कई उपाय भी किए गए हैं। इस बीच इस्लामिक देशों की आलोचना झेल रहे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने फ्रांस में दूसरे लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। लॉकडाउन 1 नवंबर से शुरू होगा।
28 अक्टूबर, बुधवार को मैक्रॉन ने राष्ट्र को संबोधित किया। इस बार उन्होंने 1 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच लॉकडाउन की घोषणा की। फ्रांस में कोरोना का प्रसार इतनी तेजी से हुआ है कि कोई भी इसका अनुमान नहीं लगा सकता है। कुछ प्रतिबंध पेरिस और अन्य बड़े शहरों में कोरोना के बढ़ते विवाद की पृष्ठभूमि में लगाए गए थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को रोकने में फ्रांस विफल रहा। फ्रांस में मौत का आंकड़ा 35,000 से अधिक हो गया है।
दूसरी लहर फ्रांस में अन्य यूरोपीय देशों की तुलना में बड़ी और अधिक प्रभावी है और डर है कि दूसरी लहर पहले की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाएगी। मैक्रोन ने यह भी कहा कि यदि समय पर उपाय नहीं किए गए तो मरने वालों की संख्या 40,000 से अधिक हो सकती है। अस्पताल में अभी तीन हजार मरीजों का आईसीयू में इलाज चल रहा है। मैक्रॉन ने कहा कि नवंबर के मध्य तक संख्या 9,000 तक पहुंचने की उम्मीद थी और प्रशासन इसके लिए तैयार था। उन्होंने लोगों से घर पर रहने और नियमों का पालन करने की अपील की। फ्रांसीसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बुधवार को कम से कम 244 लोगों की मौत हो गई। इसलिए, 36,000 नागरिकों पर कोरोना परीक्षण किए गए हैं।
आर्थिक चक्र नहीं रुकेगा
हालांकि फ्रांस में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है, लेकिन इससे अर्थव्यवस्था प्रभावित न हो इसके लिए भी सावधानी बरती गई है। कारखानों, कृषि उद्योगों को जारी रखा जाएगा। इसके अलावा सार्वजनिक सेवाएं लॉकडाउन के कारण होने वाले वित्तीय घाटे को कम करना जारी रखेंगी। साथ ही घर से काम जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
मैक्रोन ने यह भी कहा कि किसी भी परिस्थिति में अर्थव्यवस्था में स्थिरता या पतन नहीं होना चाहिए। उन्होंने व्यवसायों और उद्योगों को वित्तीय राहत देने का वादा किया। यदि दो सप्ताह में स्थिति में सुधार होता है, तो लॉकडाउन की समीक्षा की जाएगी और यदि सभी ठीक हो जाता है, तो कुछ और व्यवसायों को शुरू करने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि हम क्रिसमस और नए साल को उत्साह के साथ मनाएंगे।
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में फ्रांस का नाम पांचवें स्थान पर है। बुधवार को फ्रांस में कोरोना के 36,437 नए मामले सामने आए हैं, जो मंगलवार की तुलना में 3,020 मामले ज्यादा हैं। अब तक यहाँ कोरोना मरीजों की संख्या 12,35,132 और मौतों की संख्या 35,785 तक पहुंच चुकी है।
2 नवंबर से जर्मनी में भी सख्त लॉकडाउन
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण की रफ़्तार को देखते हुए जर्मनी में भी लॉक डाउन की घोषणा की गई है। यहां 2 नवंबर से लॉकडाउन लागू होगा। यहां कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या 40 फीसदी बढ़ने के बाद यह निर्णय लिया गया है। संघीय और राज्य सरकारों द्वारा कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 2 नवंबर से सख्त लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है।
जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल ने बताया कि सार्वजनिक तौर पर 10 लोगों से ज्यादा को मिलने की अनुमति नहीं होगी। पूरे जर्मनी में मनोरंजन और छुट्टियों से जुड़ी गतिविधियों पर रोक जारी रहेगी। महीने के अंत तक सिनेमाघरों, ओपेरा, संगीत कार्यक्रमों, बार और रेस्टोरेंट बंद रहेंगे।