निर्मल पाण्डेय स्मृति ऑनलाइन फ़िल्म फेस्टिवल 2020 के जज पैनल की सदस्या टीवी एवं फ़िल्म अभिनेत्री आभा परमार जी से आज परिचित होते है,,,,,,,,,,,,,,,

आभा परमार ने अपने अभिनय की शुरुआत रंगमंडल भोपाल से आरंभ की। बुआ, ताई के किरदार से पहचान बनाने वाली आभा परमार ने स्नातक की शिक्षा पूर्ण करने के बाद 1980 में अभिनय यात्रा के लिए मुम्बई का रुख किया। रंगमंच करते हुए 1989 में अमिताभ बच्चन की फ़िल्म ‘मैं आज़ाद हूँ’ से अपनी फिल्मी पारी का शुभारंभ किया। 11 जुलाई 1963 को ग्वालियर में जन्मी आभा परमार ने सुई धागा, स्पेशल 26, मुन्ना पाण्डेय बेरोजगार, रामजी लन्दन वाले जैसी फिल्मों में अभिनय किया। टीवी सीरियल इस प्यार को क्या नाम दूं, दिल से दिल तक, यह उन दिनों की बात है, नागिन, नागिन 2,नीली छतरी वाले, पुनः विवाह, एक थी रानी एक था राजा, हमको हो गया प्यार क्या करें, सबसे बड़ा रूपया में प्रमुख किरदारों से रंग भरा है।
-जनार्दन कुमार सिंह

