भारत को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कुलभूषण जाधव के लिए तीसरा कॉन्सुलर ऐक्सेस का ऑफर दिया है। विदेश मंत्री के हवाले से पाकिस्तानी मीडिया ने कहा है कि बैठक के दौरान सुरक्षा कर्मियों को नहीं रखने वाली मांग को स्वीकार करते हुए भारत को एक वर्बल नोट भी भेजा गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को तीसरी बार मिलने की अनुमति दी है। कुरैशी ने कहा, “भारत ने मांग की है कि सुरक्षाकर्मी यात्रा के दौरान मौजूद न हों और इस संबंध में मौखिक निर्देश जारी किए गए हैं।”
कुलभूषण जाधव से गुरुवार को भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने मुलाकात की थी। पाकिस्तानी अधिकारी भी इस दौरान वहां मौजूद थे। इसे लेकर भारतीय अधिकारियों ने कड़ा ऐतराज जताया था और वे उस जगह से वापस आ गए थे जहां मुलाकात करवाई जा रही थी।
पाकिस्तान का यह रवैया इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ के तरफ से जाधव पर दिए गए फैसले और पाकिस्तान सरकार को दिए गए निर्देशों के खिलाफ है। बता दें कि ICJ ने पुनर्विचार की समयसीमा 20 जुलाई तय की है।
Pakistan offers third consular access to India for Kulbhushan Jadhav (file pic), a note verbale has been sent meeting India's demand to not have a security personnel during the meeting says Pakistani Foreign Minister Shah Mahmood Qureshi: Pakistan Media pic.twitter.com/K6G2zWUQk9
— ANI (@ANI) July 17, 2020
कांसुलर एक्सेस समय शाम 4.30 बजे (शाम 4 बजे पाक समय) दिया गया था। जाधव जिस जगह पर कैद हैं, उसे सब जेल घोषित कर दिया गया है। अब जाधव को लेकर 60 दिनों के भीतर एक समीक्षा याचिका दायर की जा सकती है। स्थानीय नियम के अनुसार, 60 दिनों के भीतर समीक्षा की अनुमति है।
कुलभूषण जाधव पाकिस्तानी जेल में है और उन्हें जासूसी के झूठे आरोप में पाकिस्तान ने गिरफ्तार किया था। भारत ने पाकिस्तान को याद दिलाया है कि काउंसलर एक्सेस के साथ-साथ स्वतंत्र और निष्पक्ष सुनवाई आईसीजे परिणामों के लिए एक शर्त है।
पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने खबर दी थी कि कुलभूषण जाधव ने अपील दायर करने से इनकार कर दिया था। भारत ने पाकिस्तान पर कुलभूषण जाधव पर फैसला लेने का दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए प्रतिक्रिया दी थी।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव मामले में एफआईआर, सबूत और अदालत के आदेश सहित भारत को कोई भी प्रासंगिक दस्तावेज देने से इनकार कर दिया है। कुलभूषण जाधव मामले में, यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान आईसीजे के फैसले का पालन करने का भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहा है। कुलभूषण जाधव को बचाने और उन्हें सुरक्षित भारत वापस लाने के लिए भारत पूरी कोशिश करेगा।