पुलिस को लेकर आमतौर पर आम लोगों की यह धारणा रही है कि पुलिसकर्मियों को
संवेदनाओं से कोई मतलब नहीं होता। वे आम लोगों की परेशानियां को समझने के बजाए उनके दिलों में खौफ भर देते हैं। लेकिन यह पूरा सच नहीं है। पुलिसकर्मियों के सीने में भी दिला होता है। जरूरत पड़ने पर उनके हाथ भी मदद के लिए आगे बढ़ते हैं।
राजस्थान के बीकानेर में तो एक असहाय महिला का पूरा थाना ही भाई बन गया। भाई बन
पुलिसकर्मियों ने समाज में एक अनूठी मिसाल पेश की। दरअसल, बीकानेर थाने में कायर्ररत एक महिला कुक की दोहिती ‘भारती’ की माँ का पूर्व में निधन हो गया था। इसके बाद भारती के पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। ऐसे में भारती अपनी नानी पूना देवी के पास रह रही थी। भारती की शादी का न्योता पूना देवी ने थाना प्रभारी मनोज माचरा और पूरे स्टाफ को दिया। थाना प्रभारी को जब पता चला कि पूना देवी की आर्थिक स्थिति कमजोर है, फिर भी उन्होंने पूरे स्टाफ को शादी का न्योता दिया है तो पुलिस वालों ने उनकी आर्थिक मदद की ठानी। थानाप्रभारी मनोज माचरा ने पुलिस थाने के पूरे स्टाफ से बात की और शादी में भात लेकर पहुंचने का फैसला किया। सभी पुलिसकर्मियों ने एक लाख 51 हजार रुपए एकत्रित करके भात (मायरा) भरा। बुधवार को बीकानेर में पवनपुरी दक्षिण विस्तार में युवती की शादी में अचानक एक साथ इतने पुलिसकर्मियों को देख वहां उपस्थित हर इंसान चैंक गया। बाद में जब पता चला कि सभी पुलिसकर्मी भात भरने आये हैं, तो हर कोई इस अनूठी मिसाल की सराहना करता दिखा। बीकानेर महिला पुलिस थाने के इंचार्ज मनोज माचरा द्वारा बताया गया कि पूना देवी नाम की यह महिला लम्बे अरसे से महिला पुलिस थाने में मेस में रोटी बनाने का काम करती है। पूना देवी पवनपुरी दक्षिण विस्तार योजना में किराए के मकान में रहती है। उनकी दोहिती की शादी 28 नवंबर को हुई। बारात पावर हाउस रवाना होकर लोशन हाउस गई। बारात का स्वागत भी पुलिसकर्मियों ने किया।