इस मामले में सार्वजनिक तौर पर गवाहों को भी बुलाया जाएगा। राष्ट्रपति के वकीलों को इस पूरी प्रक्रिया में हिस्सा लेने का हक हासिल होगा। अगर समिति ये तय करती है कि ट्रंप के खिलाफ आरोप तय किए जाएं तो इस पर सदन के सदस्य मतदान करेंगे।
अगर ट्रंप के खिलाफ दो तिहाई बहुमत के साथ अभियोग सिद्ध हो जाते हैं तो वह अमेरिकी इतिहास में महाभियोग की प्रक्रिया के चलते पद से हटाए जाने वाले पहले राष्ट्रपति होंगे।
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग चलाने के लिए बुधवार को लंबी बहस चली और फिर मतदान हुआ। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाए जाने के पक्ष में मतदान किया है। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर सत्ता के दुरुपयोग के लिए महाभियोग का प्रस्ताव अमेरिकी हाउस में 197 के मुकाबले 230 मतों से पास हो गया है। अब डोनाल्ड ट्रंप (73) अगले महीने सीनेट में सुनवाई का सामना कर सकते हैं।
जब संसद में ट्रंप के महाभियोग पर वोटिंग चल रही थी, तब वह मिशिगन के बैटल क्रीक में सभा को संबोधित कर रहे थे। यहां उन्होंने कहा कि हम लोगों के लिए नौकरियां पैदा कर रहे हैं और मिशिगन के लोगों के लिए लड़ रहे हैं। वहीं कट्टरपंथी और वामपंथी कांग्रेस मेरे खिलाफ ईर्ष्या, नफरत और गुस्से से भरी है। आप देख रहे हैं, मेरे साथ क्या हो रहा है।
महाभियोग क्या होता है
महाभियोग एक तरह की जांच है जिसके जरिए अमेरिकी कांग्रेस राष्ट्रपति को पद से हटा सकती है। महाभियोग की प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होती है जिसे कांग्रेस के दो सदन अंजाम देते है।
पहले चरण में निचला सदन यानी हाउस ऑफ रिप्रेजेन्टेटिव्स के नेता राष्ट्रपति पर लगे आरोपों को देखते हैं और तय करते हैं कि राष्ट्रपति पर औपचरिक तौर पर महाभियोग के आरोपों की जांच आगे बढ़ाना है या नहीं। यहां से पास होने के बाद ऊपरी सदन, सीनेट इस मामले की जांच करता है। जांच के दौरान अगर राष्ट्रपति दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें पद छोड़ना होता है और उनकी जगह उप राष्ट्रपति कार्यभार संभालते हैं।