हरियाणा में इस बार चुनाव के आकड़े की बात क़ी जाये तो कुल 65.57 फ़ीसदी वोट ही पड़े है। जबकि 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां 76.13 फ़ीसदी वोटिंग प्रतिशत हुई थी। इस बार पिछली बार के मुकाबले वोट बहुत ही कम हुआ है।
यहां हम महाराष्ट्र क़ी बात करे तो पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में लोग मतदान करने कम पहुंचे हैं।कल 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में 60.5 फ़ीसदी लोगों ने वोट डाले जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में यहाँ वोटिंग प्रतिशत 63.08 था। हरियाणा – महाराष्ट्र में पिछले आकड़ो के मुताबिक इन दोनों राज्यों में वोटिंग का प्रतिशत इस बार घटा है।
2014 में 2009 के हरियाणा विधानसभा चुनाव की तुलना मे वोटिंग प्रतिशत लगभग चार फ़ीसदी ज़्यादा था। लेकिन सरकार बदल गई। दिलचस्प है कि 2014 में जिस उत्साह से हरियाणा की जनता ने बीजेपी को सत्ता सौंपी थी वो उत्साह इस बार नहीं दिखा।
महाराष्ट्र में 2009 के विधानसभा चुनाव में 59.6 फीसदी लोगों ने वोट किया था और 2014 के विधानसभा चुनाव में लगभग चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी और सत्ता बीजेपी के पास चली गई।
साल 2004 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 63.4 फीसदी लोगों ने वोट किया था। मतलब 2009 में 2004 की तुलना में लगभग चार प्रतिशत कम लोगों ने वोट किया तब भी सत्ता कांग्रेस के पास ही रही।अब देखना यह है कि इन दोनों राज्यों में पिछले पाँच सालों से बीजेपी सत्ता में है और इस साल संपन हुए लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार कोई नया जनादेश आएगा। इन चुनावों के नतीजों से ये भी साफ़ हो जाएगा कि बीजेपी मज़बूत होगी या विपक्ष में जान आएगी।