कोरोना महामारी के बीच मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाली खबर आ रही है। जिसके अनुसार राज्यसभा सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पिछले 5 दिन से फोन पर लगातार धमकियां मिल रही है। हालांकि, धमकियां कौन दे रहा है इसका पता तो उन मोबाइल नंबरों को ट्रेस करने पर ही लगेगा जिनको उन्होंने प्रदेश के डीजीपी के समक्ष दिया है। फिलहाल धमकी भरे फोन से परेशान होकर दिग्विजय सिंह ने एफआईआर दर्ज करा दी है। जबकि अपने मोबाइल नंबर को बंद कर दिया है।
जब 9 अप्रैल को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की राज्यसभा की सदस्यता खत्म हो रही है। ऐसे में उन पर फोन करके धमकियां देना आखिर क्या संदेश देता है। हालांकि, इसके पीछे राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि यह मध्य प्रदेश की कांग्रेस की आपसी राजनीति का नतीजा है। जिसमें प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ पर भी उंगलियां उठ रही है। जबकि दूसरी तरफ मध्य प्रदेश की राजनीति में गत दिनों हुए उलट-फेर में दिग्विजय सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह खुलकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पक्ष में दिखाई दिए थे।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि दूसरी बार भी कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है। जिसके चलते 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी थी। लेकिन लॉकडाउन की वजह से चुनाव आयोग ने उसे टाल दिया है। लॉकडाऊन चलने के कारण अभी चुनाव आयोग की तरफ से कोई नई तारीख की घोषणा नहीं की गई है।
इस बाबत राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि ये वो फोन कॉल्स हैं जो 4/5 दिनों से मुझे परेशान कर रहे हैं। मैंने मध्य प्रदेश के डीजीपी को शिकायत भेजी। मैंने सर्विस प्रोवाइडर से भी बात की। लेकिन ये बंद नहीं हो रहे। अफसोस इस हालत में मुझे अपने मोबाइल नंबर को बंद करना पड़ रहा है।
साथ ही दिग्विजय सिंह ने यह भी दावा किया है कि कोरोना संकट के बीच मैं भोपाल में ही उपलब्ध रहूंगा। उन्होंने ट्विटर पर अपने आवास के कुछ लैंड लाइन नंबर शेयर किए हैं। साथ ही लिखा है कि आप इन नंबरों में पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं। हालांकि, दिग्विजय सिंह की शिकायत पर अभी तक भोपाल पुलिस कोई एक्शन लेती नही दिख रही है।