देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस का एक ओर जहां ग्राफ बीते एक दशक से लगातार गिरते जा रहा है। जिस चलते उसके कई दिग्गज नेता उसका हाथ छोड़ चुके हैं और कइयों के छोड़ने की अटकलें हैं। इस सूची में अब आचार्य प्रमोद कृष्णम का नाम भी जुड़ गया है। हाल ही में प्रमोद कृष्णम ने अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की जमकर तारीफ की थी। वे 22 जनवरी को अयोध्या भी गए थे। उन्होंने इस कार्यक्रम में भाग न लेने पर कांग्रेस की आलोचना की थी। जिस पर एक्शन लेते हुए पार्टी हाईकमान ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अनुशासनहीनता और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयान देने की शिकायतों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या लोकसभा चुनाव से पहले भगवा धारण करेंगे कृष्णम? असल में इन दिनों आचार्य श्री कल्कि धाम मंदिर के भूमि पूजन व शिलान्यास के कार्यक्रम के तैयारियों में व्यस्त हैं। इसी के मद्देनजर वो सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को वहां आने का निमंत्रण दे रहे हैं। श्री कल्कि धाम मंदिर के इस कार्यक्रम में देश भर के साधु संत और धर्म गुरु भी शामिल होंगे। इसी सिलसिले में प्रमोद कृष्णम ने गत सप्ताह पहले पीएम मोदी और फिर जैसे ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात की तो चर्चाओं का बाजार और गर्म हो गया। गौरतलब है कि आचार्य पूर्व कांग्रेस नेता होने के साथ ही कल्कि पीठ के पीठाधीश्वर भी हैं। उन्होंने पिछले दिनों राम मंदिर को लेकर बीजेपी का समर्थन कर हलचल मचा दी थी। उन्होंने कहा था, ‘राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से किसी पर कोई रोक नहीं है। लिहाजा मेरा इस कार्यक्रम में शामिल होना कोई अपराध नहीं है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं है। अगर कांग्रेस को लगता है कि मैंने कोई अपराध किया है तो मैं हर प्रकार की सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।’
भगवा धारण करेंगे प्रमोद कृष्णम?
