आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सियासी उठा पटक जारी है। कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर जुबानी हमले कर रहे हैं। जहां एक तरफ कांग्रेस भाजपा पर लोकतंत्र खत्म करने का आरोप लगा रही है वहीं भाजपा कॉंग्रेस पर गुलामी की मानसिकता का प्रतिनिधित्व करने का आरोप लगाने से पीछे नहीं हटी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खरगे ने 29 जनवरी को एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि अगर 2024 में पीएम मोदी फिर से प्रधानमंत्री बने तो ये आम चुनाव देश का आखिरी चुनाव होगा। लोकसभा चुनाव लोगों के लिए लोकतंत्र को बचाने का आखिरी मौका होगा… क्योंकि अगर बीजेपी आगामी चुनाव जीतती है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तानाशाही कर सकते हैं। इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट अनुसार खरगे ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सत्ता में आए तो तानाशाही होगी, भारत एक लोकतंत्र नहीं रह जाएगा और देश में कोई चुनाव नहीं होगा। कांग्रेस अध्य्क्ष मल्लिकाजुर्न खरगे ने भाजपा और आरएसएस से लोगों को दूर रहने के लिए कहा।
वहीं भाजपा ने कॉंग्रेस अध्यक्ष के इस तरह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस गुलामी की मानसिकता का प्रतिनिधित्व करती है। भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस के पहले प्रधानमंत्री जीरो वोट पाकर प्रधानमंत्री बने थे, सारे वोट सरदार पटेल को मिले थे, लेकिन प्रधानमंत्री, पंडित जवाहर लाल नेहरू बने थे। मनमोहन सिंह ने प्रणव मुखर्जी से कहा था कि मैडम ने मुझे प्रधानमंत्री बनने को कहा है, प्रधानमंत्री के तौर पर दो ही प्रधानमंत्री चुन कर आए हैं.” भाजपा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर अभी तक देश में दो ही प्रधानमंत्री चुन कर आए हैं, पहले थे अटल बिहारी वाजपेयी और दूसरे हैं नरेंद्र मोदी। इसके अलावा कोई जनता द्वारा चुना हुआ प्रतीत नहीं हुआ।

भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी की सत्ता में सबको इंसाफ मिल रहा है। उनका कहना है कि कांग्रेस बौखलाहट में आधारहीन बयान दे रही है और यह निंदनीय है। उत्तर से दक्षिण तक लोकसभा चुनाव में लोग परिवारवाद को नकार रहे हैं, भारत में वास्तविकतौर पर लोकसत्ता हावी हो चुकी है। दरअसल कॉंग्रस अध्यक्ष खड़गे का कहना था कि अगर मोदी जी फिर से आ गए तो चुनाव नहीं होने देंगे ,देश में तानाशाही आ जाएगी, बीजेपी और आरएसएस को उन्होंने जहर के सामान बताया। इसके अतिरिक्त कॉंग्रेस अध्य्क्ष ने भाजपा और नरेन्द्रमोदी पर हमला करते हुए कहा कि , ”डरकर कोई दोस्ती छोड़ रहा है, कोई पार्टी छोड़ रहा है, कोई गठबंधन छोड़ रहा है, इतने डरपोक लोग अगर रहे तो क्या ये मुल्क और संविधान बचेगा, क्या ये डेमोक्रेसी बचेगी, इसलिए ये आखिरी चांस है आपको वोट देने का,इसके बाद कोई वोट नहीं देगा क्योंकि रूस में पुतिन का जो प्रेसिडेंट इलेक्शन होता है, वैसा ही होता चला जाएगा।