साल 2019 में आई महामारी “कोरोना” ने देश ही नहीं पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। वह दौर कुछ ऐसा था कि हर व्यक्ति के मन में डर था की कहीं इस संक्रमण का अगला शिकार हम न बन जाये जो हमारी जान लेले। अस्पतालों में बिस्तर नहीं और बिस्तर मिल भी गया तो बीमारी का कोई इलाज नहीं और सुविधाओं की कमी।
इसके साथ ही हर दिन कोरोना के कारण होने वाली हजारों लोगों की मौत की ख़बरों ने हर तरफ कोहराम मचा रखा था। लॉकडाउन के खत्म होने के हर कोई इस बीमारी को भुला देना चाहता है लेकिन अब एक बार फिर सांस संबंधी बीमारियों के बढ़ने और कोरोना के नए सबवैरिएंट (जेएन.1) को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सदस्य देशों को आगाह कर दिया है। डब्लूएचओ का कहना है कि, वायरस अपना स्वरूप बदल रहे हैं। ऐसे में सभी सदस्य देश अपने यहां स्वास्थ्य सुरक्षा मजबूत रखें ताकि बीमारियों को बढ़ने रोका जा सके। चिंता की बात है की अब तक उत्तर प्रदेश में कोरोना के कारण 5 मौते हो चुकी हैं।
डब्लूएचओ ने अलर्ट जारी करने के साथ ही स्वास्थ्य संगठन ने कोविड की तकनीकी प्रमुख ‘मारिया वान केरखोव’ का एक वीडियो भी साझा किया है। जिसमें केरखोव ने सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की वजह बताते हुए इसे इसे रोकने के उपाय बता रही हैं।
क्या कह रही मारिया वान केरखोव
मारिया वान केरखोव ने के अनुसार सांस संबंधी बीमारियां दुनिया में लगातार बढ़ती जा रही हैं। इन बीमारियों में कोरोना वायरल, फ्लू, रिनो वायरस, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया जैसी अन्य बीमारियां शामिल हैं। क्योंकि सार्स कोव-2 नाम का वायरस अपने आपको बदल रहा है। इसी के साथ कोरोना का सबवैरिएंट भी फैल रहा है। इनके द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की कई वजह है। जिसमें से एक मौजूदा छुट्टियों का दौर भी है, जिसमें परिवार के लोग रिश्तेदार एकत्रित होते हैं और बड़ी संख्या में लोग यात्राएं भी करते हैं। इस आधार पर सरकारों को कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है।
केरखोव का कहना है कि ठण्ड के मौसम में लोग अधिक समय घर के अंदर ही गुजारते हैं। जिसके कारण अगर घर में वेंटिलेशन का अभाव है तो साँस सम्बन्धी बीमारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है। आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस फैल रहा है वर्तमान में कोरोना के लगभग 68 फीसदी मामले सबवैरिएंट जेएन.1 की वजह से हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सदस्य देशों से अपील की है कि वह मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी नियमों को लागू करें और कड़ी निगरानी करें।