राजधानी में सर्दी की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू किया जा सकता है। यह कार्रवाई वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत की जाएगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब होने की आशंका जताई है। सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर तक पहुंच सकती है। ऐसे में दशहरे से पहले ग्रेप-2 लागू हो सकता है। यदि वायु गुणवत्ता 301 से 400 के बीच है, तो GRAP का दूसरा चरण लागू किया जाता है।
डीजल जेनरेटर का उपयोग पूर्णत: बंद कर दिया जाएगा
निजी वाहनों को कम करने के लिए पार्किंग शुल्क बढ़ाना
सीएनजी/इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो सेवा में बढ़ोतरी
अपार्टमेंट में सुरक्षा गार्डों को इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराए जाएंगे।
सांस और दिल की बीमारी वाले लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
इससे पहले दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए GRAP का स्टेज 1 लागू किया गया था। इसमें केवल आपातकालीन स्थिति में ही डीजल जनरेटर चलाने की अनुमति दी गई थी। इसके अलावा निर्माण स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं सिविक एजेंसियां मशीनों से शहर की सफाई कर रही हैं। इस बार भी राजधानी में पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। आम तौर पर AQI 201 से 300 होने पर ग्रैप-1 लागू किया जाता है।