मध्य प्रदेश में उपचुनाव होने वाले है। जिसे लेकर प्रदेश की राजनीतिक पार्टियां अपने चुनाव प्रचार में जुटी हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रही हैं। प्रदेश में उपचुनाव से पहले शिक्षा पर सियासत शुरू हो चुकी है। जिस कॉलेज को कमलनाथ सरकार में बंद के दिया था, उसे अब शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने दोबारा शुरू कर दिया है।
शिवराज सरकार ने दावा किया है कि कॉलेज को दोबारा शुरू करने से स्टूडेंट के भविष्य पर कोई प्रश्नचिन्ह नहीं लगेगा। बल्कि स्टूडेंट का भविष्य स्क्योर होगा। कॉलेज के बंद होने पर शिवराज सरकार ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जरूर इस कॉलेज को बंद करने के पीछे राजनीतिक कारण हाेगा। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के लोक निर्माण एवं कुटीर उद्योग मंत्री गोपाल भार्गव ने कॉलेज दोबारा शुरू करने के लिए शिवराज सरकार को धन्यवाद दिया है।
गोपाल भार्गव ने कहा कि “तत्कालीन राज्य सरकार ने अगस्त-2018 में बुंदेलखण्ड अंचल को बड़ी सौगात प्रदान करते हुए सागर जिले के रहली तहसील में उद्यानिकी महाविद्यालय प्रारंभ करने का फैसला लिया गया था। इसके तहत शैक्षणिक सत्र 2018-19 और 2019-20 में प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड द्वारा चयनित विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया। इन महाविद्यालयों में तीन सेमेस्टर के शैक्षणिक सत्र भी पूर्ण किये गये हैं”।
उन्होंने आगे कहा कि “पूर्ववर्ती सरकार ने 6 मार्च को राजनैतिक कारणों से महाविद्यालय का संचालन बंद करने का निर्णय अप्रत्याशित रूप से लिया गया। परिणाम स्वरूप प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले कृषि उद्यानिकी विषय के छात्रों के भविष्य पर प्रश्न-चिह्न खड़ा हो गया था। यह प्रदेश का दूसरा उद्यानिकी महाविद्यालय है”।