संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान में रहने वाले आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) और अल-कायदा से सम्बंध रखने के कारण वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया है। जिसका पाकिस्तान के साथ -साथ हाफिज सईद को बड़ा झटका लगा है।
हालांकि मक्की इससे काफी पहले ही वैश्विक आतंकी घोषित हो सकता था, लेकिन चीन के बार-बार अड़ंगे के कारण वो इससे बचता रहा। क्योंकि पाकिस्तान और चीन के संबंध काफी अच्छे रहे हैं। इसलिए अमेरिका और भारत द्वारा मक्की को आतंकवादी घोषित किये जाने के बाद भी हर बार चीन अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल करके मक्की को बचा रहा था। मगर बीते साल जब इसका खामियाजा खुद चीन को भुगतना पड़ा और पाकिस्तान ने चीन के ही कुछ नागरिकों पर हमला कर दिया तो चीन भड़क गया। इस बार चीन ने भी यूएन में पाकिस्तान का साथ नहीं दिया, जिस वजह से मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने का रास्ता साफ हो गया।
कौन है अब्दुल रहमान मक्की
आतंकी अब्दुल रहमान मक्की मुंबई में हुए 26/11 के हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद द्वारा स्थापित किये गए आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का सदस्य है। हालांकि इस हमले का मास्टरमाइंड हाफिज था लेकिन मक्की का भी हमले में बराबर का हाथ था। मक्की पाकिस्तान लश्कर-ए-तोएबा के अलावा पाकिस्तानी आतंकी संगठनों में भी सम्बन्ध रखता है। अब्दुल रहमान मक्की हाफिज सईद की बहन का पति है जो हाफिज के साथ आतंकी प्रक्रिया में हमेशा साथ देता रहा है।
इनका उद्देश्य विश्व भर में आतंक फैलाना है। जम्मू कश्मीर से पूरी तरह भारत के शासन को हटाने भी इनका एक प्रमुख लक्ष्य रहा है जिसके कारण भारत के खिलाफ साजिश रचने में मक्की हमेशा आगे रहता था। मक्की आतंकी हमलों के लिए धन इकठ्ठा करने, व हमले को अंजाम देने के लिए भारत में, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर में हमलों की योजना बनाने के लिए युवाओं को आतंकी संगठन में भर्ती करता था साथ ही उन्हें घोर कट्टरपंथी बनाने में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
कौन है हाफिज सईद और क्या था 26/11
हाफ़िज़ मोहम्मद सईद का जन्म 10 मार्च साल 1950 में हुआ था हाफिज आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक हैं और फिलहाल ये जमात-उद-दावा आतंकी संगठन से सम्बन्धित है। हालांकि अभी तक इन्हे ग्लोबल स्तर पर आतंकवादी घोषित नहीं किया गया है हालांकि भारत की सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में इनका नाम शामिल है। 26 नवंबर 2008 को हुए 26 /11 के हमले के पीछे हाफिज के हाथ होने की बात सामने आयी थी।
26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद मुंबई ही देश में दहशत का माहौल था। इस दिन हाफिज द्वारा गठित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 10 आतंकवादियों ने 4 गुटों में बांटकर मुंबई को बम धमाकों और गोलीबारी से दहला दिया था। जिसमें उन्होंने मुंबई के रेलवे स्टेशन सहित, ताज होटल जैसे बड़े होटल और अस्पतलों पर हमला किया था। इस आतंकी हमले में करीब 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 300 ज्यादा लोग घायल हुए थे। पुलिस और आतंकियों के बीच करीब तीन दिनों तक मुठभेड़ चली और ताज होटल से निकलता धुआँ इस हमले का पहचान बन गया।
आतंकी समूहों से है विश्व को खतरा
अब्दुल रहमान से संबंधित संगठन लश्कर-ए-तोएबा के अलावा भी विश्व भर में कई ऐसे आतंकवादी व आतंकी संगठन जिन्हे विश्व भर के कई देशों ने ब्लैक लिस्ट में दाल रखा है। मसूद अजहर भी उन्हीं नामों में से एक है जिसे यूएन ने ग्लोबल टेरेरिस्ट लिस्ट में शामिल किया गया है। ऐसे ही कई आतंकी संगठन जिनसे विश्व भर के कई देशों को खतरा है उनमें इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस), अलकायदा ,तालिबान, तहरीक- ए- तालिबान पाकिस्तान, बोको हराम, अल नुस्रा फ्रंट, हाजिब्बुलाह, हमास, कर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी, रिवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेस ऑफ़ कोलंबिया आदि शामिल हैं।
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