लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बिहार की राजनीति गरमा गई है। सियासी गलियारों में इन दिनों यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मारने वाले हैं। हालांकि जनता दल (यूनाइटेड) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में पारित प्रस्तावों से तो यही पता चलता है कि वह फिलहाल एनडीए में जाने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। जेडीयू ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार या गठबंधन के संयोजक बनने के इच्छुक नहीं हैं। लेकिन आम चुनाव से करीब तीन महीने पहले जेडीयू ने जो बड़ा फैसला पार्टी अध्यक्ष रहे ललन सिंह का इस्तीफा और फिर नीतीश कुमार को कमान दी गई है उसे लेकर आशंका जताई जा रही है कि नीतीश कुमार फिर से पाला बदलते हुए भाजपा के साथ सरकार बना सकते हैं। इसकी वजह यह मानी जा रही है कि ललन सिंह अंदरखाने राजद के साथ डील करना चाहते थे और तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए लॉबिंग कर रहे थे। इन कयासों को पार्टी नेता केसी त्यागी के बयान ने और बढ़ा दिया है। बैठक खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में केसी त्यागी ने कहा कि भाजपा हमारी दुश्मन नहीं है। राजनीति में कोई भी दुश्मन नहीं होता। इस तरह केसी त्यागी ने खुलकर तो कुछ भी नहीं कहा, लेकिन एक हिंट जरूर छोड़ गए कि आवश्यकता पड़ने पर कुछ भी हो सकता है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD