पाकिस्तान क्रिकेट टीम के स्टार गेंदबाज वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर ने पिछले साल टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले लिया था ताकि वह ज्यादा से ज्यादा सीमित ओवर क्रिकेट पर ध्यान दे सके। अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को उनके इस कदम से डर लगने लगा है। पाकिस्तान बोर्ड को डर है कि कहीं बाकी के खिलाड़ी भी इन दो तेज गेंदबाजों की राह पर न चल पड़े। इसके लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड सालाना कॉन्ट्रैक्ट में कुछ बदलाव करने की तैयारी कर रहा है।
ताकि इससे खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट की ओर आकर्षित हो। वहीं पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने तो यहां तक कह दिया था कि 2010 में लॉर्ड्स मैच में फिक्सिंग में फंसने के बाद दूसरा मौका दिए जाने के बाद मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान क्रिकेट के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। खबरों के मुताबिक, खिलाड़ियों को क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट की तरफ रिझाने के लिए टेस्ट क्रिकेट की फीस को 25 से 50 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है। A कैटेगरी के क्रिकेटर्स को पांच दिवसीय टेस्ट मैच में प्रति दिन 10 लाख रुपये दिए जा सकते हैं।
वहीं बोर्ड कोरोना महामारी में अपने खिलाड़ियों को उनकी फीस और बोनस देकर मदद करने की कोशिश भी कर रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ वसीम खान, मुख्य कोच और चयनकर्ता मिस्बाह उल हक और इंटरनेशनल डायरेक्टर जाकिर खान इस महीने के आखिरी में मीटिंग में शामिल होने वाले है। पिछले साल अगस्त में वर्ल्ड कप के खराब प्रदर्शन के बाद बोर्ड ने सिर्फ 19 खिलाड़ियों को ही कॉन्ट्रैक्ट दिया था। मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट जून में खत्म हो जाएगा।
जिसके बाद कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। वहाब रियाज अभी कैटेगरी B में हैं। वहीं सरफराज अहमद बाबर आजम और यासिर शाह के साथ कैटेगरी A में हैं। मगर वर्ल्ड कप के बाद टीम से बाहर किए जाने के बाद मुश्किल ही लग रहा है कि वे अपना स्थान बचा पाने में सफल हो पाएंगे। वहाब रियाज ने 27 टेस्ट मैच, 89 वनडे मैच और 31 टी-20 मैच खेले है। मोहम्मद आमिर ने 36 टेस्ट मैच, 61 वनडे मैच और 48 टी-20 मैच खेले है।

