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विराट कोहली का विराट प्रदर्शन

करोड़ों क्रिकेट फैंस को एक बार फिर साल के अंत में शानदार एवं रोमांचक क्रिकेट सीरीज का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा। विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जा रही है जहां उसे टी-20, टेस्ट और वनडे सीरीज में मेजबान टीम की चुनौती का सामना करना होगा। भारतीय टीम ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीनों फॉर्मेट में सीरीज जीती है और उनके हौसले बुलंद हैं। लेकिन फर्क बस इतना है कि अब मुकाबला अपनी जमीन पर नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के कठिन हालातों में होना है। टीम इंडिया के लिए इंग्लैंड में हुआ पिछला विदेशी दौरा कुछ खास नहीं रहा था, ऐसे में भारतीय टीम को विदेशी पिचों के खौफ से पार पाने का ये एक और मौका होगा, वो भी ऐसे समय में जब कुछ ही महीनों बाद इंग्लैंड की जमीन पर आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 का आगाज होना है। भारत का ये ऑस्ट्रेलिया दौरा कई मायनों में खास होने वाला है।

भारतीय क्रिकेट टीम हाल के समय में विदेशी जमीन पर पूरी तरह से अपने धाकड़ कप्तान एवं बल्लेबाज विराट कोहली पर निर्भर नजर आई है। जिन मैचों में विराट का बल्ला गरजा है, उन्हीं मुकाबलों में टीम इंडिया कुछ हद तक मजबूत नजर आई है, ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर टीम इंडिया को अपनी इस सबसे बड़ी ताकत को कमजोरी बनने से रोकना होगा। इस बार टीम इंडिया अपने ऑस्ट्रेलियाई दौरे की शुरुआत सबसे छोटे प्रारूप यानी टी-20 क्रिकेट सीरीज के साथ करेगी। दोनों देशों के बीच तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेली जाएगी और उसके बाद चार टेस्ट मैचों की सीरीज होगी। इन दोनों सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है। इन दोनों सीरीज के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज भी खेली जाएगी।

दिसंबर 2014 में जिस ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर विराट कोहली ने पहली बार टेस्ट कप्तानी की थी, चार साल बाद यह भारतीय खिलाड़ी उसी देश में पूर्णकालिक कप्तान के तौर पर जा रहा है। पिछली बार विराट ने ऑस्ट्रेलिया में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के टीम के साथ नहीं जाने के कारण पहले और बीच सीरीज में टेस्ट मैच से संन्यास लेने के कारण चौथे टेस्ट में कप्तानी की थी। इसके बाद उन्हें भारत का पूर्णकालिक टेस्ट कप्तान बना दिया गया था। इसके बाद जब धौनी ने सीमित ओवरों के क्रिकेट की कप्तानी छोड़ी तो विराट को वनडे एवं टी-20 का भी कप्तान बना दिया गया। इन चार सालों में विराट ने भारत को दर्जनों सीरीज में जीत दिलाई लेकिन दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड जैसे कठिन दौरे पर वह भारत को टेस्ट सीरीज में जीत दिलाने में नाकाम रहे। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक 11 टेस्ट सीरीज और तीन टी-20 सीरीज खेली हैं। भारत अभी तक ऑस्ट्रेलिया में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाया है जबकि आठ में उसे हार मिली हैं और तीन ड्रॉ रही हैं। ऐसे में विराट के पास ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने का मौका है। भारत अपने दौरे की शुरुआत टी-20 सीरीज से करेगा। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में तीन टी-20 सीरीज खेली हैं जिसमें उसे एक में जीत और एक में हार मिली है जबकि एक सीरीज ड्रॉ रही। कुल मिलाकर ऑस्ट्रेलिया में भारत का टी-20 रिकॉर्ड शानदार रहा है। उसने वहां छह मैच खेले हैं और चार जीते हैं। ऐसे में विराट के पास महेंद्र सिंह धौनी के पिछले रिकॉर्ड को बरकरार रखने का दबाव भी होगा।

चार साल पहले विराट ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में चार शतक लगाकर दिखा दिया था कि वह कितने शानदार बल्लेबाज हैं। उस सीरीज के बाद से उनके सितारे और ज्यादा चमक गए। इस चार साल के सफर में वह टीम इंडिया के कप्तान ही नहीं बने, बल्कि उनके नेतृत्व में भारत ने ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश जैसी टीम को घर में टेस्ट सीरीज में मात दी। टीम ने श्रीलंका और वेस्टइंडीज में जाकर भी टेस्ट सीरीज जीतीं लेकिन दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड में वह चूक गए। इस साल की शुरुआत में भारत को दक्षिण अफ्रीका में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-2 से जबकि इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-4 से पराजय का समाना करना पड़ा था।

विराट इन दोनों दौरों पर निजी तौर पर खुद को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी साबित करने में तो कामयाब रहे लेकिन कप्तान के तौर पर उनकी उड़ान छोटी रह गई। वह ऑस्ट्रेलिया में मिले मौके को भुनाने के प्रयास में हैं और इतिहास में ऐसे भारतीय कप्तान के तौर पर दर्ज होना चाहते हैं जिसने वहां पर टेस्ट सीरीज जीती हो। विराट एक खिलाड़ी के तौर पर अद्भुत हैं। उन्होंने 33 शतक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सभी प्रारूपों को मिलाकर कप्तान के तौर पर जड़े हैं। इस मामले में सबसे आगे ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग हैं, जिनके नाम कप्तान के तौर पर 41 शतक हैं। उनकी तुलना अब सचिन तेंदुलकर और डॉन ब्रेडमैन से की जा रही है।

वेस्टइंडीज के खिलाफ खत्म हुई वनडे सीरीज के तीसरे मुकाबले में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय करियर का 62वां शतक ठोका था। उन्होंने सचिन के सबसे तेज 10000 रन पूरे करने सहित तीन रिकॉर्डों को चकनाचूर किया है। अपने 10 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में कोहली ने 73 टेस्ट में 6,331 और 216 वनडे मैचों में 10232 रन बनाए हैं। वह 62 टी-20 मुकाबलों में 2,102 रन बना चुके हैं। वह 30 साल की उम्र में ही वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक शतक लगाने के मामले में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।

कोहली ने फरवरी 2015 में पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप के मैच में अपना 22वां वनडे शतक लगाया था। उसके बाद से अब तक पिछले तीन साल में ही वह वनडे में 15 शतक जड़ चुके हैं। इस समय कोहली सचिन के 49 वनडे शतक के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने से 12 शतक दूर हैं। कोहली अगले पांच साल में इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ सकते हैं। भारतीय टीम का 2014-15 का ऑस्ट्रेलिया दौरा कई मायनों में अहम था। इस दौरे पर पहला टेस्ट चार नवंबर 2014 को ब्रिस्बेन में खेला जाना था, लेकिन सिर पर गेंद लगने के कारण ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिल हृयूज के निधन की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया। इसके बाद कार्यक्रम में बदलाव कर पहला टेस्ट नौ दिसंबर से एडिलेड में खेला गया। चार मैचों की इस सीरीज को ऑस्ट्रेलिया ने 2-0 से जीता।

इस सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया के नियमित कप्तान माइकल क्लार्क थे, जबकि भारत के नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धौनी थे। पहले टेस्ट में धौनी चोटिल होने की वजह से नहीं खेले। उनकी जगह भारतीय टीम की कमान विराट ने संभाली। इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की ओर से डेविड वार्नर ने और भारत की ओर से कोहली ने दोनों पारियों में शतक जड़ने का रिकॉर्ड बनाया। हालांकि, भारतीय टीम को इस मैच में 48 रन से शिकस्त मिली।

दूसरे टेस्ट से पहले क्लार्क चोटिल हो गए और अंतिम तीनों टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की कमान स्टीव स्मिथ ने संभाली, जबकि भारतीय टीम में धौनी की वापसी हुई। इस मैच को भी भारतीय टीम चार विकेट से हारकर 0-2 से पीछे हो गई। तीसरा टेस्ट और चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। तीसरा टेस्ट धौनी के करियर का आखिरी टेस्ट साबित हुआ क्योंकि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। इस तरह चौथे टेस्ट से कोहली भारत के नियमित कप्तान बने। इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्मिथ और भारत की ओर से कोहली ने बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन किया। कप्तान आरोन फिंच ने कहा कि हमारे बल्लेबाज दबाव में हैं और हमें भारत के खिलाफ होने वाली सीरीज से पहले इससे बाहर निकलना होगा। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए दबाव में हैं।

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1-2 से वनडे सीरीज हारनी पड़ी। उन्होंने भारत के खिलाफ बल्लेबाजी में बदलाव के संकेत भी दिए। उन्होंने कहा कि अब हमारे बल्लेबाजों पर सवाल खड़े होने लगे हैं। फिर चाहे वह ग्लेन मैक्सवेल, क्रिस लिन, ट्रेविस हेड, मार्क स्टोइनिस हों या मैं। फिंच ने कहा कि भारत के खिलाफ होने वाली अहम सीरीज से पहले हमे अपने बल्लेबाजी क्रम में संतुलन बैठाने की जरूरत है।

 भारत और ऑस्ट्रेलिया सीरीज 

मैच                                                              मैदान                                                            समय (भारतीय)
पहला टी20                     ब्रिसबेन, 21 नवंबर, 2018                              दोपहर 1:20 बजे
दूसरा टी20                   मेलबर्न, 23 नवंबर, 2018                                दोपहर 1:20 बजे
तीसरा टी20                   सिडनी, 25 नवंबर, 2018                                 दोपहर 1:20 बजे
पहला टेस्ट मैच             ऐडिलेड, 6-10 दिसंबर, 2018                             सुबह 5:30 बजे
दूसरा टेस्ट मैच                पर्थ, 14-18 दिसंबर, 2018                                सुबह 7:50 बजे
तीसरा टेस्ट मैच                मेलबर्न, 26-30 दिसंबर, 2018                      सुबह 5:00 बजे
चौथा टेस्ट मैच                 सिडनी, 3-7 जनवरी, 2019                             सुबह 5:00 बजे
पहला वनडे                   सिडनी, 12 जनवरी, 2019 (डे-नाइट)                 सुबह 7:50 बजे
दूसरा वनडे                    ऐडिलेड, 15 जनवरी, 2019 (डे-नाइट)                सुबह 8:50 बजे
तीसरा वनडे                   मेलबर्न, 18 जनवरी, 2019 (डे-नाइट)                सुबह 7:50 बजे

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