हांगकांग स्पेशल एडमिनिस्ट्रेशन रीजन की चीफ एक्जिक्यूटिव नेता कैरी लैम का वेतन करोड़ों में है, लेकिन कोई बैंक खाता नहीं होने के कारण वह अपने घर में ही नकदी रखने को विवश हैं। स्थिति यह है कि उनके घर पर पैसों का ढेर लग गया है।
दरअसल, चीन के विवादित सुरक्षा कानून को हांगकांग में लागू करने के कारण अमेरिका ने लैम सहित हांगकांग के 14 वरिष्ठ नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिए थे।
अमेरिका द्वारा लैम के साथ ही इन 14 और लोगों की अमेरिकी संपत्ति को भी फ्रीज करने का आदेश दिया गया था। जिसके बाद ये सभी नेता अमेरिका में कोई वित्तीय लेन-देन भी नहीं कर सकते। यही कारण है कि कैरी लैम बैंकिग सुविधाओं से वंचित हैं। दरअसल, क्रॉस बॉर्डर वित्तीय लेनदेन यूएस डॉलर में होता है, यही कारण है कि अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण कैरी लैम सहित अन्य नेता बैंकिंग सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। हांगकांग के बैंकों में लैम सहित अन्य प्रमुखों के खाते भी नहीं खुल पा रहे हैं।
कैरी लैम का नहीं कोई बैंक खाता
कैरी लैम ने एक स्थानीय टीवी चैनल के साथ बातचीत में बताया कि वह सभी चीजों के लिए नकदी का इस्तेमाल करने को विवश हैं। उन्होंने कहा, ‘आपके सामने हांगकांग की सीईओ बैठी हुई हैं, जिसके पास कोई बैंकिंग सेवा नहीं है। मैं हर बात के लिए खुराक का इस्तेमाल कर रही हूं। मेरे घर पर संक्रमण का ढेर लगा हुआ है। ‘
दुनिया के सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले नेताओं में शुमार
लैम की ओर से एक बयान में कहा गया कि मेरे पास कोई बैंक खाता नहीं है इसलिए सरकार भी उन्हें नकदी ही दे रही है। कैरी लैम का नाम दुनिया में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले लोगों में आता है। उन्हें प्रतिवर्ष करीब 5 करोड़ रुपए सैलरी मिलती है। लैम द्वारा इससे पहले भी अपने एक बयान में कहा गया था कि प्रतिबंधों के कारण उन्हें अपना क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने में भी काफी दिक्कत हो रही है।
गौरतलब है कि हांगकांग में लोकतंत्र को लेकर कई व्यापक प्रदर्शन हुए। नए कानून को लेकर दुनिया भर के देशों से विरोध के स्वर उठे। लेकिन इन सबके बावजूद चीन ने हांगकांग में नेशनल सिक्योरिटी कानून लागू किया। जिसका मकसद का देश में लोकतंत्र समर्थकों पर लगाम कसना और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करना है। साथ ही इस कानून की मदद से बीजिंग हांगकांग में जांच करने, मुकदमा चलाने और आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। इस कानून को लागू करने के कारण अमेरिका की ओर से चीन समर्थक कैरी लैम सहित 14 नेताओं पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए गए थे।