पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव समाप्त हो चुके हैं और अब सभी राजनीतिक दलों की नजर लोकसभा चुनाव 2024 पर है जिसमें कुछ ही महीने बाकी हैं। इससे पहले कई राज्यों में केंद्र और राज्यों में टकराव तेज हो गया है। नया मामला पश्चिम बंगाल का है जहां एक बार फिर ममता बनर्जी केंद्र के खिलाफ आक्रामक नजर आ रही हैं। हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं के खिलाफ भी वैसी ही कार्रवाई होगी जैसे ईडी और सीबीआई टीएमसी नेताओं के साथ कर रही है। अब ‘जैसे को तैसा’ वाली पॉलिसी पर बंगाल से लेकर दिल्ली तक सियासत शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने एक कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा आपराधिक धमकी देने का आरोप लगाते हुए एक औपचारिक शिकायत दर्ज की है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी छोड़ने के बाद से परेशान करने वाले और मनगढ़ंत मामलों का सामना करना पड़ा है। उन्हें और उनके पार्टी के सदस्यों के प्रति नफरत-दुर्भावना को बढ़ावा दिया जा रहा है। सुवेंदु अधिकारी की शिकायत विशेष रूप से नेताजी इंडोर स्टेडियम में ममता बनर्जी के भाषण की ओर इशारा करती है, जहां उन्होंने कथित तौर पर यह संकेत देते हुए टिप्पणी की थी कि यदि उनकी पार्टी के चार विधायकों को जेल भेजा जाता है तो वह हत्या के आरोप में विपक्षी दल के आठ व्यक्तियों को जेल में डालना सुनिश्चित करेंगी। उन्होंने कहा आज आप हंस रहे हैं क्योंकि हमारी पार्टी के नेता जेल में हैं। भविष्य में जब आप कुर्सी पर नहीं रहेंगे तो कहां होंगे, एक कोठरी में। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ बनने के कुछ समय बाद से ममता बनर्जी खामोश नजर आ रही थीं लेकिन एक बार फिर वह पुराने तेवर में दिख रही हैं।
फ्रंटफुट पर ममता
