आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के कई दिग्गज नेताओं पर टिकट कटने का खतरा पिचहत्तर की आयु सीमा पार करने के चलते मंडरा रहा है। दूसरी तरफ पार्टी आलाकमान असमंजस में है क्योंकि यदि ऐसे नेताओं का टिकट कटता है तो उनका असंतोष पार्टी के लिए नुकसानदायक होना तय है। ऐसे में या तो आलाकमान परिवारवाद के प्रति अपनी घोषित नीति को छोड़ इन नेताओं के बेटे-बेटियों को टिकट दे सकता है या फिर इनमें से कई दिग्गज नेताओं को इस आयु सीमा से बाहर रख सकता है। पार्टी की नीति राजस्थान, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के पार्टी प्रत्याशियों से स्पष्ट हो जाएगी। मध्य प्रदेश में पूर्व सीएम बाबू लाल गौर अस्सी पार कर चुके हैं लेकिन टिकट मांग रहे हैं। उनकी मांग है कि यदि उनका टिकट कटता है तो उनकी पुत्रवधु को पार्टी टिकट दे। स्वयं पीएम मोदी ने पिछले दिनों बाबू लाल गौर से बातचीत करते हुए कह डाला ‘बाबू लाल जी एक बार और’। इसके बाद से ही पिचहत्तर पार नेताओं की बांछे खिली बताई जा रही हैं। ऐसे नेताओं में उत्तराखण्ड के पूर्व सीएम कोश्यारी भी है जो एक बार फिर से नैनीताल लोकसभा सीट पर अपना भाग्य आजमाना चाह रहे हैं।
पिचहत्तर पर संशय
