महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों ‘ऑपरेशन टाइगर’ की चर्चा जोरों पर है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि शिवसेना (ठाकरे गुट) के कुछ मौजूदा और पूर्व विधायक एवं सांसद पार्टी छोड़कर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। उद्योग मंत्री उदय सामंत ने दावा किया है कि ठाकरे गुट और महा विकास आघाड़ी के 10 से 12 पूर्व विधायक जल्द ही शिंदे गुट में शामिल होंगे। इस परिस्थिति को रोकने के लिए अब उद्धव ठाकरे खुद मैदान में उतर आए हैं। इस राजनीतिक हलचल के बीच ठाकरे गुट को एक और बड़ा झटका तब लगा जब उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले नेता राजन सालवी ने शिंदे गुट में प्रवेश कर लिया।

पूर्व विधायक राजन सालवी के पार्टी छोड़ने के बाद अब उद्धव ठाकरे डैमेज कंट्रोल मोड में आ गए हैं और उन्होंने अपनी पार्टी के सांसदों और विधायकों की ‘मातोश्री’ में बैठकें बुलाई है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में उद्धव ठाकरे की पार्टी के कई पूर्व विधायक और पदाधिकारी पाला बदलकर एकनाथ शिंदे खेमे में शामिल हो गए हैं। इससे निकाय चुनाव की तैयारी कर रहे उद्धव गुट को बड़ा झटका लगा है। दूसरी तरफ शिवसेना प्रमुख व उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने कहा है कि शिवसेना को मजबूत करने के लिए ‘ऑपरेशन टाइगर’ जारी रहेगा।